बरेली। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव वर्ष 2027 में है। लेकिन बरेली में अभी से एक मुस्लिम सियासी संगठन नाम के दल ने खुद अपने बैनर तले चुनाव लड़ने का एलान किया है।
इस संबंध में उपजा प्रेस क्लब पर एक प्रेसवार्ता हुई जहां सियासी मंच के प्रमुख वसीम मियां ने कई राजनैतिक दलों पर मुस्लिम समाज की अनदेखी करने का आरोप लगाया और कहा कि मुस्लिम समाज को कई राजनीतिक दल वोट के नियत से अपनी उपजाऊ भूमि मानते हैं ।
चुनाव होते है मुस्लिम समाज से वादे किए जाते और चुनाव जीतकर भूल जाते है। आजादी से आज तक ऐसा ही हो रहा है। तभी मुसलमान हर क्षेत्र में पिछड़ता जा रहा है। वसीम मियां ने पत्रकारों से बातचीत में यह भी कहा कि सियासी मंच के गठन का मकसद यही है कि मुस्लिम समाज को सियासी और सामाजिक स्तर से उठाना है। वसीम मियां ने यह भी एलान किया कि वर्ष 2027 में सियासी मंच के बैनर के तले 30 उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे ।
बरेली जिले में सभी विधानसभा सीटों पर उनके उम्मीदवार बढ़ेंगे। सूबे में उम्मीदवारों की संख्या बढ़ भी सकती है स्थिति और उम्मीदवारों को देखते हुए। वसीम मियां ने अपने प्रेसवार्ता के दौरान सपा कांग्रेस पर मुस्लिम वोट को अपनी जागीर समझा गया। सियासी मंच इस बात को दूर करेगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वर्ष 2014 से अब तक भाजपा में कोई मुस्लिम विधायक नहीं रहा।
केंद्र में भाजपा ने अपने दामादों को केंद्र सरकार में मंत्री बनाया। उनका मंच भविष्य में किसी से पार्टी से मिलकर चुनाव नहीं लड़ेगा। भाजपा से भी कोई समझौता नहीं करेंगे। उनका सियासी मंच यूपी में ही पूरे देश मे अपनी सियासी भूमि तलाशेगा। प्रेसकांफ्रेंस के दौरान सियासी मंच के कई कार्यकर्ता एवं जिम्मेदार लोग मौजूद रहे।

Author: newsvoxindia
Post Views: 208