प्रेमप्रसंग के चलते पत्नी को उतारा मौत के घाट, एसपी ग्रामीण अंशिका वर्मा ने किया खुलासा
बरेली। आंवला-वजीरगंज मार्ग पर महिला की संदिग्ध हालात में हुई मौत के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। जिस वारदात को शुरू में लूट और हत्या बताया जा रहा था, वह असल में पति द्वारा की गई सुनियोजित हत्या निकली। प्रेमप्रसंग में बाधा बन रही पत्नी को रास्ते से हटाने के लिए पति ने ही इस वारदात को अंजाम दिया। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
घटना की सच्चाई आई सामने
बदायूं जनपद के थाना वजीरगंज के गांव व्यूली निवासी ओम शरण अपनी पत्नी अमरवती (40) के साथ पूर्णागिरि दर्शन के बाद ट्रेन से लौटे थे। वे देर रात ससुराल मोतीपुरा पहुंचे और वहां से बाइक लेकर पत्नी संग गांव रवाना हो गए। रास्ते में आंवला-वजीरगंज मार्ग स्थित कंन्थरी मंदिर के पास पत्नी की मौत हो गई। ओम शरण ने पुलिस को बताया कि कुछ बदमाशों ने लूटपाट कर उनकी पिटाई की, जिससे पत्नी की मौत हो गई।
पुलिस को पति पर हुआ शक
घटना की सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य, एसपी ग्रामीण अंशिका वर्मा, एसपी क्राइम, फॉरेंसिक व एसओजी टीमें मौके पर पहुंचीं। घटनास्थल की बारीकी से जांच की गई। पुलिस को महिला के शरीर पर अधिकतर जेवरात सुरक्षित मिले—सिर्फ एक कान का टॉप्स गायब था। इसके अलावा पति अपने बयानों में बार-बार विरोधाभास उत्पन्न कर रहा था। लूट करने वालों की संख्या, हुलिया और घटना का क्रम स्पष्ट नहीं बता पा रहा था।
एसपी ग्रामीण अंशिका वर्मा ने खुलासा करते हुए बताया कि मृतका के पति ओम शरण का एक महिला से पिछले छह महीने से प्रेमप्रसंग चल रहा था। इस रिश्ते में पत्नी सबसे बड़ी बाधा बन रही थी। कई बार पत्नी से कहासुनी भी हो चुकी थी। इसी कारण उसने पत्नी को रास्ते से हटाने की योजना बनाई और हत्या को लूट की वारदात का रूप देने की कोशिश की।
पुलिस की सख्त पूछताछ में आरोपी ओम शरण टूट गया और उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि उसने खुद ही पत्नी की हत्या की और झूठी कहानी गढ़ दी। हालांकि पुलिस अधिकारियों की टीम, फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स और सर्विलांस यूनिट के तालमेल से केस को सुलझाया गया।
