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राजस्थान के खाटू श्याम जी मंदिर के बाहर भगदड़, तीन महिला श्रद्धालुओं की मौत, थानाध्यक्ष निलंबित

सीकर। राजस्थान के सीकर जिले में सोमवार तड़के प्रसिद्ध खाटू श्याम जी मंदिर के बाहर भगदड़ मचने से तीन महिलाओं की मौत हो गई, जबकि चार अन्य श्रद्धालु घायल हो गए। हादसे को लेकर खाटू श्याम की थानाधिकारी (एसएचओ) रिया चौधरी को निलंबित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मन्दिर में हुई भगदड़ की संभागीय आयुक्त द्वारा जांच के आदेश दिये है। उन्होंने कहा कि इस दुखद घटना में मृतक श्रद्धालुओं के परिजनों को 5-5 लाख रूपए एवं घायलों को 20-20 हजार रूपए की सहायता राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष से दी जाएगी।

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राजस्थान और पड़ोसी राज्यों के श्रद्धालु हिंदू कैलेंडर के अनुसार सोमवार को एक ग्यारस (एकादशी) के पावन पर्व पर दर्शन के लिये मंदिर परिसर में कई कतारों में इंतजार कर रहे थे। सीकर जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने बताया कि कल रविवार और सोमवार को एकादशी होने के कारण मंदिर के मुख्य द्वार के बाहर श्रद्धालुओं की संख्या एक लाख के करीब थी। रात में मंदिर बंद था इसलिये दर्शन के लिए बडी संख्या में भक्तों की कतार लगी रही। सुबह करीब चार बजे मंदिर के कपाट खुलने के बाद तेज दबाव के साथ प्रवेश शुरू हुआ और एक लाइन में मौजूद एक महिला गिर गयी और इसके तुरंत बाद कुछ और लोग उस पर गिर पडे।

 

 

जिला कलेक्टर ने कहा, घटना सुबह करीब 4:15 से 4:30 बजे हुई। भारी दबाव के दौरान महिलाएं गिर गई। प्रथम दृष्टया उनकी मौत दम घुटने से हुई लेकिन मौत का सही कारण पोस्टमार्टम के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा। मंदिर में प्रवेश के लिये कतार अलग अलग बिंदुओं से शुरू होती हैं और प्रवेश बिंदु पर मिलती है। कलेक्टर ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में दो-तीन लाख श्रद्धालु मंदिर के दर्शन कर चुके है। हर साल फाल्गुन (मार्च) के महीने में लाखों भक्त मंदिर में आते हैं और भीड़ नियंत्रण के लिये व्यापक व्यवस्था की जाती है। अब हम जांच कर रहे है कि एक दिन(एकादशी) पर अधिक भीड़ को संभालने के लिये क्या वैकल्पिक व्यवस्था की जा सकती है। कलेक्टर ने कहा कि कोविड महामारी के बाद भक्तों की संख्या में वृद्धि हुई है और फाल्गुन (मार्च) के महीने में 10-15 दिनों में मंदिर में आने वाले भक्तों की संख्या लगभग 40 लाख थी। हर साल फाल्गुन एकादशी पर मेले का आयोजन किया जाता है। इस दौरान 10-15 दिनों के लिये हम आंतरिक सड़कों को अवरूद्ध करते हैं ताकि लंबी कतारों की अच्छी तरह से व्यवस्था की जा सके और दबाव न बढे। यह स्थानीय लोगों को प्रभावित करता है लेकिन हम इसे प्रबंधित करते हैं।

 

 

अब हम एकादशी के दौरान भी भीड़ प्रबंधन के विकल्प तलाश रहे हैं। सीकर पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने कहा कि दरवाजे खुलने के बाद लोग मंदिर में प्रवेश करने के लिए तेजी से दबाव बनाने लगे। एक कतार में खड़ी 63 वर्षीय महिला गिर गई, जिसे दिल की बीमारी थी। भीड़ के कारण उनके पीछे दो महिलाएं भी गिर गई। उनके गिरने से श्रद्धालुओं के बीच दहशत फैल गई। घटना के बाद खाटूश्याम जी थाने की थानाधिकारी रिया चौधरी को निलंबित कर दिया गया है। मंदिर के बाहर भारी भीड़ थी। मंदिर के पट खुलते ही लोगों का दबाव बढ गया जिसके चलते तीन महिलाओं की मौत हो गई। स्थिति को ठीक से संभाल नहीं गया था इसलिये थानाधिकारी रिया चौधरी को निलंबित कर दिया गया । हादसे में जान गंवाने वाली महिलाओं की पहचान प्रीतम (हरियाणा) की पत्नी शांति, किशन सिंह (उत्तर प्रदेश) की पत्नी माया देवी और कृपा देवी (जयपुर) के रूप में हुई है।

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