गुजरात में भाजपा ने सबसे ज्यादा सीटे जीतने का इतिहास रच दिया है। खास तौर पे इस बार सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। तभी नई सरकार बनने जा रही है। 12 दिसंबर को मुख्यमंत्री के साथ नए मंत्री भी शपथ ले रहे है। जिसमें कुछ मंत्रियों के संभावित नाम भी सामने आए है। ऐसा नहीं है कि सरकार के मंत्री सिर्फ पाटीदार और ओबीसी समुदाय से ही तय होंगे। भाजपा अपने चयन समीकरण में अन्य समाजों के समीकरण को भी ध्यान में रखेगी। बीजेपी जाति के आधार पर समीकरणों को संतुलित करने और नया मंत्रिमंडल बनाने की पुरजोर कोशिश करेगी। पिछली बार भी ऐसा ही देखने को मिला था।
बीजेपी जाति आधारित समीकरण को ध्यान में रखते हुए गुजरात के सभी क्षेत्रों, जैसे उत्तर, मध्य, दक्षिण, सौराष्ट्र और कच्छ से मंत्री चुन सकती है। हालांकि अभी चर्चा का दौर सिर्फ इतना है कि बीजेपी के जीते हुए उम्मीदवारों में से जो मंत्री पद के लिए सक्षम चेहरा हैं, उनमें कुछ नाम प्रबल दावेदार के रूप में सामने आ रहे है। गुजरात राज्य की नई सरकार के कैबिनेट में शामिल किए जा सकने वाले कुछ नामों को लेकर चर्चा चल रही है।
गुजरात में पिछली बीजेपी सरकार के दौरान मंत्री रह चुके कई नेता ऐसे हैं, जिन्हें 2022 के चुनाव में टिकट दिया गया है और शानदार जीत भी हासिल की है। वे सभी विधायक, जो पहले एक कैबिनेट स्तर के मंत्री की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। इतना ही नहीं उनमें से कई अनुभवी भी कैबिनेट मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं।
राज्य स्तर और कैबिनेट स्तर के संभावित नाम
राघवजी पटेल, अल्पेश ठाकोर, हर्ष संघव, जीतू वधानी, कुंवरजी बावलिया, किरीट सिंह राणा, जे.वी. काकड़िया, बच्चू खाबड़, अमित ठाकर, अक्षय पटेल, पूर्णेश मोदी, गणपत वसावा, ऋषिकेश पटेल, आर. सी। पटेल, मोहन ढोडिया, जयेश राडिया, भरत पटेल, महंत शंभुनाथ टुंडिया, रमनलाल वोरा, मालती माहेश्वरी, दर्शना देशमुख सहित अन्य नाम भी शामिल हो सकते हैं।