बरेली। चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व माना गया है, क्योंकि पवन पुत्र का अवतार इसी दिन हुआ था। इसलिए हनुमानजी के भक्त इस पर्व को जयंती के रूप में धूमधाम से मनाते आ रहे हैं। वैसे तो पूर्णिमा का मान गत दिवस बुधवार को प्रात 9:18 से ही शुरू हो गया। 6 अप्रैल गुरुवार को पूर्णिमा तिथि प्रातः 10:16 तक रहेगी। उदया तिथि की प्रधानता के अनुसार हनुमान जयंती 6 अप्रैल को ही मनाई जाएगी। इस बार हनुमान जयंती पर कई शुभ योग बन रहे हैं।
सर्वार्थ सिद्धि योग में हनुमान जयंती का आरंभ होगा। साथ ही इस दिन हस्त नक्षत्र और चित्रा नक्षत्र का शुभ संयोग रहेगा और भौतिक सुख-सुविधा के स्वामी शुक्र ग्रह भी राशि परिवर्तन करेंगे। ऐसे में हनुमान जयंती पर हनुमानजी की पूजा का महत्व कई गुना अधिक बढ़ जाएगा। हनुमान जयंती की विशेषता यह है कि इस दिन पूजा- पाठ से हनुमान जी शीघ्र प्रसन्न होते हैं और रोग, शोक दोष, दुख आदि का निवारण इस दिन सरलता से हो जाता है। और भक्त भय मुक्त होकर निर्भय हो जाता है।

*हनुमान जयंती पर करें उपाय*
हनुमान जयंती के दिन पूरी श्रद्धा भाव से हनुमानजी को चोला और सिंदूर के साथ पान का बीड़ा भी अर्पित करें। फिर गुड़-चना व बूंदी का प्रसाद बांट सकते हैं। सिंदूर अर्पित करने के बाद हनुमानजी के कंधों से थोड़ा सिंदूर लेकर अपने मस्तक पर लगाएं। ऐसा करने से नजर दोष खत्म हो जाता है और जीवन में सुख-समृद्धि के द्वार खुल जाते हैं। इस दिन सुंदरकांड, संकट मोचन, हनुमान बाहुक, बजरंग बाण, और राम -राम का जप करने से सिद्धियां प्राप्त होती है।