बरेली। आई एम सी प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा खान ने अपने आवास पर मीटिंग की जिसमें शहर के समाजिक कार्यकर्ता बुद्धिजीवी , वकील, सहि त बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए । इस मौके पर उन्होंने कहा कि सम्भल में मौजूदा हालत और पांच लोगों के मारे जाने पर चर्चा की, जिसमें उन्होंने कहा कि वरशिप एक्ट 1991के रहते जिस तरह एक के बाद दूसरी मस्जिदों में मंदिर ढूंढे जा रहे है ।यह देश के कानून के साथ मुसलमानों को अपमानित, प्रताड़ित , करने के लिए किया जा रहा है।
जिसमें बाबरी मस्जिद को छोड़ कर सभी धार्मिक स्थलों के लिए यह नियम बनाया गया कि किसी भी धार्मिक स्थल से कोई छेड़छाड़ करने या मूल स्वरूप बदलने पर भी सज़ा का प्रावधान है ।हैरत की बात है इस सब के बाद भी किस तरह अदालतों में सर्वे याचिकाएं दाखिल हो रही हैं ।और उस से बड़ी बात है के सब कुछ कुछ घंटों में हो रहा है ।इस सब पर हमारी वकीलों की टीम लगी है। और शीघ्र ही मंथन कर आगे की रणनीति पर फैसला लिया जाएगा ।उन्होंने यह भी कहा कि सम्भल में कोई दंगा नहीं हुआ है ।सभी मृतक पुलिस गोली से मारे गए है हमारे बच्चे मारे जा रहे और हम ही मुल्जिम करार दिए जा रहे है ।यह कैसा कानून बना दिया गया है। ख़बरें आ रही है मुसलमानों के घरों में घुस कर तोड़ फोड़ की जा रही है ।उन्होंने यह भी कहा कि सर्वे टीम के साथ वायरल वीडियो में धार्मिक नारे लगाते लोगो की भीड़ जाती नज़र आ रही है। यह कौन लोग है जो इस तरह का माहौल बना रहे है। उन पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती ।
इस से ज्यादा शर्मनाक और क्या हो सकता है। मौलाना ने कहा सम्भल में अन्दर जुल्म हो रहा है बाहर से किसी को जाने नहीं दिया जा रहा है। हम चाह कर भी मारे गए लोगों के जनाजे में शरीक नहीं हो सकते। मनमानी की जा रही है ।आई एम सी प्रमुख ने कहा बहुत जल्द हम सम्भल जाएंगे वहां लोगों से मुलाक़ात कर हर मुमकिन मदद की जाएगी बता दें कि वह बुद्धवार को दिल्ली से बरेली पहुंचे थे।