बरेली। आईएमसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलना तौकीर रजा ने देश का नाम इंडिया से भारत करने के मामले पर सरकार को आड़े हाथों लिया है। मौलना ने कहा है कि इंडिया के नाम पर राजनीति हो रही है। देश के नाम पर कितना बड़ा नुकसान हो जाये इन्हें चिंता नहीं है। bjp- rss इंडिया के नाम से खौफजदा है कि वह इंडिया नाम को खत्म करने में लग गई है। वही मौलाना ने यह भी कहा कि हिंदुस्तान के तीन नाम है तीनों नाम रहना चाहिए । अगर कोई इसे खत्म करना चाहता है तो वह देशप्रेमी बल्कि देश का दुश्मन है।
मौलाना ने विपक्ष के इंडिया गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि गठबंधन का नाम इंडिया जानबूझकर राजनीतिक लाभ लेने के लिए रखा गया है । ऐसा नहीं होना चाहिए था। वही मौलाना ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा कांग्रेस पार्टी के झंडे पर एतराज किया है। मौलाना ने कहा कि कांग्रेस और देश का झंडा तिरंगा है। कांग्रेस को देश के झंडे को अपने पार्टी के झंडे से अलग रखना चाहिए।
मौलाना ने तौकीर ने यह भी सवाल उठाया कि देश में सबसे बड़ी गुलामी की कोई चीज है तो वह राष्ट्रगान है। वह इस संबंध में महामहिम राष्ट्रपति , rss प्रमुख , पीएम मोदी के साथ पत्राचार कर चुके है। पर उनके पत्र का किसी ने कोई जवाब नहीं दिया।
तीसरा गठबंधन भी आ सकता है अस्तित्व
मौलना तौकीर रजा ने कहा कि वह तीसरा मोर्चा बनाने पर विचार कर रहे है। 15 अक्टूबर को दिल्ली के रामलीला ग्राउंड में मुस्लिम महापंचायत होगी जिसमें सभी समाज के वह लोग शामिल होंगे जो एनडीए और इंडिया की नीतियों से सहमत नहीं है।उन्होंने आरक्षण के एक सवाल पर कहा कि आरएसएस और भाजपा आरक्षण विरोधी है। इनके निशाने पर एससी , एसटी ,ओबीसी, वर्ग के लोग होंगे । मुसलमानों की ढाल बनने से वह ऐसा नहीं पा रहे है।
विदेश नीति के सवाल पर कहा कि G20 के चलते पूरी दिल्ली में लॉक डाउन है। दिल्ली में रिहर्सल के बहाने वह बार बार रास्ते बंद कर रहे है। वही उन्होंने यह भी कहा कि चीन ने हमारी ने 2 हजार किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर लिया । पीएम के कान पर जूं नहीं रेंगी। देश के सुप्रीमों ने देश का बड़ा नुकसान किया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि वह मान सरोवर क्या लेंगे जब चाइना ने हमारी 2 हजार किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर लिया।
मौलना ने कहा कि इस बार बारह रव्यूल के महीने को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि मरकज से इस बार अपील की गई है कि हाई साउंड या फिर डीजे का इस्तेमाल नहीं जाए। इस बात इतला अंजुमनों को भी दी गई है। वह लोग जो डीजे लाये उन्हें जुलूस में शामिल नहीं किया जाए।