रामपुर- फिल्म अभिनेत्री एवं पूर्व सांसद जयाप्रदा इन दोनों लगातार कानूनी शिकंजे में फंसती चली जा रही हैं यही कारण है कि उनकी मुश्किलें दिन-ब-दिन बढ़ रही है। ताजा मामला रामपुर की एमपी एमएलए कोर्ट से जुड़ा है जहां पर उनके लगातार दो मामलों में रह रहा फिर चलने के चलते एक बार फिर से एनबीडब्ल्यू वारंट जारी हो चुके हैं।
रामपुर की लोकसभा सीट से दो बार सपा की टिकट पर फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा सांसद रह चुकी है हालांकि यह बात अलग है वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने पाला बदल लिया था और वह भाजपा में शामिल हो गई थी ।यहां तक की उन्हें पार्टी में लोकसभा का प्रत्याशी भी घोषित कर दिया था उनका सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आज़म खान से हुआ था। इस चुनाव में जयप्रदा को हर का स्वाद चखना पड़ा था जबकि आजम खान सांसद चुने गए थे।
इस चुनाव के दौरान जयप्रदा पर आचार संहिता उल्लंघन के तीन मामले दर्ज हुए थे जिनमें से एक स्वर थाने में और दूसरा शहजाद नगर थाने में दर्ज हुआ था। दोनों ही मामले रामपुर के एमपी एमएलए कोर्ट में चल रहे हैं लेकिन वह लगातार गैर हाजिर चली आ रही हैं जिसको लेकर कोर्ट के द्वारा उनके खिलाफ फिर से गैर जमानती वारंट जारी किए जा चुके हैं।
दिलचस्प बात यह है कि इस बार कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट से आए जयप्रदा के हाजिरी माफी के प्रार्थना पत्र को खारिज कर दिया है और अभियोजन अधिकारी रामनाथ तिवारी के विरोध के चलते उनके खिलाफ यह वारंट पुलिस अधीक्षक के माध्यम से भेजे हैं। इस पूरे मामले में जयप्रदा के अधिवक्ता संदीप सक्सेना ने मीडिया से मुखातिक होने के बाद अदालत की इस कार्रवाई से अवगत कराया है।