बरेली : जिले में सड़क दुर्घटनाओं में लगातार मौतों का सिलसिला जारी है। स्थानीय प्रशासन ने जहां 32 ब्लैक स्पॉट को चिन्हित करके हादसों पर ब्रेक लगाने की कोशिश की इसके बावजूद हादसे रुके नहीं। बरेली में पिछले वर्ष 400 से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई तो वर्तमान वर्ष में करीब सड़क दुर्घटनाओं में 120 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। हादसों में मरने वालों की संख्या को कम करने के उद्देश्य बरेली की रिजर्व लाइन में पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम यूपी ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन द्वारा आयोजित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने दीप प्रज्ज्वलित करके की। प्रशिक्षण के दौरान एसएसपी ने भी डॉक्टरों से प्रशिक्षण लिया। प्रशिक्षण के दौरान एडीजी राजकुमार , एसपी ग्रामीण राजकुमार अग्रवाल , एसपी ट्रैफिक राममोहन सिंह के साथ कई पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
यूपीऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के डॉक्टरों ने बताया कि उनका पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण देने के लिए इसलिए चुना क्योंकि हादसे की सूचना पर पुलिस सबसे पहले पहुंचती है। कभी कभी यह हालात होते हैं कि अस्पताल घटना स्थल से दूर होता है। ऐसे में अगर पुलिस घायलों को शुरुआती इलाज दे तो काफी लोगों की जिंदगी को बचाया जा सकता है। आज यूपी ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के डॉक्टरों ने सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों को प्राथमिक चिकित्सा उपचार एवं सीपीआर देने के लिए पुलिसकर्मियों को प्रिशिक्षण दिया गया है। उम्मीद है पुलिसकर्मी उनके द्वारा दी गई जानकारी से लोगों की जान बचाने में सफल हो सकेंगे।
फतेहगंज में लगातार हो रहे है हादसे
फतेहगंज थाना क्षेत्र लगातार सड़क जहसे हो रहे है | जानकारी के मुताबिक पिछले कुछ माह में भी इस क्षेत्र में दो बड़े हादसे हुए थे जिसमें बुजुर्ग दंपत्ति की मौत भी हो गई थी | बताया जाता है जिले में ऐसे 32 ब्लैक स्पॉट है जहां लगातार हादसे होते है | निजी आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष में सड़क हादसों में करीब 100 से अधिक लोग अपना जीवन गंवा चुके है वही पिछले वर्ष 420 से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई थी |