बरेली। आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा ने अपने निवास पर पीसी आयोजित करके यूपी सरकार को कानून व्यवस्था को लेकर जमकर निशाना साधा है। मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में और पूरे देश में इस वक्त जंगलराज की स्थिति है। हमारे मीडिया प्रभारी के घर नोटिस चस्पा किया गया क्योंकि मैंने प्रेस कांफ्रेंस बुलाई थी जो हालत यूपी के है वो किसी से छिपे नही है। जो कुछ हो रहा है वह भी जुर्म है, जुर्म की इंतिहा है।
मौलना ने यूपी में अब तक हुए सभी एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए कहा कि विकास दुबे से लेकर आज तक जितने एनकाउंटर हुए है उन सबका दोषी सिर्फ एक आदमी है, उस आदमी को 120 बी का मुजरिम जरूर बनाना चाहिए। यह बात उन्होंने किसी का नाम लिए बैगर कही। उन्होंने जो कहता है मिट्टी में मिला देंगे पुलिस और अपराधियो का गठबंधन बन गया है, इनका गठबंधन नहीं टूटा तो देश के हालत बद से बदतर हो जाएंगें।वही मौलना ने प्रयागराज पुलिस को घेरते हुए कहा कि अतीक मामले में पुलिस की भूमिका साफ साफ नजर आ रही है, उन लोगो ने कत्ल किया नही बल्कि पुलिस और सरकार ने करवाया है।
जो भी एनकाउंटर हुए वे सभी फेक एनकाउंटर है यह चिंता का विषय है, आज न्यायालय का कोई रोल नहीं रह गया, पुलिस स्टेट बना दिया गया है।गन और बुलडोजर को लेकर दहशत फैलाई गई है पुलिस का राज खत्म होना चाहिए, पुलिस किसी को बोलने नही देती, धारा 144 लगा दी, बोलने पर पाबंदी लगा दी।मौलना ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि वह तमाम मसलों मो लेकर 19 अप्रैल को इस्लामिया इंटर कालेज में 12 बजे धरने के साथ दिल्ली मे भी धरना देंगे , जब तक मांग पर अमल नहीं होगा तब तक धरना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर हमे जेल में रोजे और ईद माननी पड़ेगी तो कोई बात नही ।
उन्होंने तल्खी हुए भरे शब्दों में कहा कि अंग्रेजो से ज्यादा जुर्म हो रहे है।कर्फ्यू लगा होता तब भी हम धरना देंगे । ज्ञापन किसी को नहीं देंगे, ऊपर से नीचे तक एक भी ईमानदार नही है ।पुलिस खुद मारना चाहती थी इसलिए पुलिस ने गुंडे हायर किए, गुंडों को बताया गया की भाजपा की सरकार है तुम हीरो बना दिए जाओगे।मौलना तौकीर रजा ने मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए, पुलिस उनके कंट्रोल में नही है। मौलना ने यह भी कहा कि पुलिस के जरिए हम पर लाठीचार्ज करवाओ लेकिन धरना जरूर होगा।
मौलाना ने यूपी की कानून व्यवस्था पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि बुलडोजर और बंदूक के जरिए अगर फैसला होगा तो न्यायालय की क्या जरूरत है। जैसे अंग्रेजो के खिलाफ असहयोग आंदोलन चलाया गया था वैसे ही अब आंदोलन चालना होगा। पुलवामा हमले की भी हमारी जांच की मांग होगी। सिर्फ हिंदू मुस्लिम के नाम पर लोगो को भड़काया जा रहा है। किस वजह से मुसलमान से इतनी नफरत की जा रही है ।