बरेली : वफादारी के किस्से जब भी आदमी के सामने आते है तब कुत्ते की वफ़ादारी के उदाहरण सामने आते है। यही वजह है भारत की फिल्म इंडस्ट्री में आदमी और कुत्ते के रिश्ते पर तमाम फिल्में बनी और भारत में रुपहले पर्दे बेहद सफल रही। लेकिन बरेली में शराबियों ने ऐसा काम दिया जिसने आदमी और कुत्ते के वफ़ादारी के संबंधो को दागदार कर दिया। चर्चा इस बात की है कि शराबियों ने कुत्ते के दो बच्चों को निशाना बनाते हुए ना केवल उनके कान और उनकी पूंछ में नमक लगाकर चखने के साथ खा गए। जैसी ही मामला स्थानियों को पता चला तो हंगामा कट गया।
लोगों ने मामले की शिकायत पुलिस से की , जब पुलिस ने मामले को टालना चाहा तो मामला जिले में बैठे पुलिस के आलाधिकारियों तक पहुंच गया। इसके बाद पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू दी। पीपल फॉर एनिमल संस्था के सदस्य और धीरज पाठक की ओर से फरीदपुर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने पशु क्रूरता अधिनियम के तहत दो आरोपियों के खिलाफ मुकदमा भी पंजीकृत किया है । हालांकि बताया यह भी जा रहा है कि आरोपियों ने अज्ञानतावश कुत्तों के बच्चों को डाबरमैन ब्रीड दिखाने के लिए कुत्तों के बच्चों में एक का कान काटने के साथ दूसरे की पूंछ काट डाली थी।
जानकारी के मुताबिक फरीदपुर के एसडीएम कॉलोनी में जब लोगों ने दो कुत्तों के बच्चों को लहूलुहान हालत में तड़पते हुए देखा तो उन्हें माजरा समझ में आ गया। लोगों ने बताया कि यह मामला शराबियों की हरकत से जुड़ा हुआ है , जहां शराबियों ने शराब के मजे को दुगुना करने के लिए कुत्तों के बच्चों के साथ यह हरकत कर डाली है। पीएएफ से जुड़े सदस्यों को मामले की जानकारी स्थानीय लोगों से लगी तो वह भी मौके पर पहुंच गए। पीएफए के सदस्यों ने मामले की शिकायत करते हुए थाने में तहरीर देते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।पुलिस एक अधिकारी ने मामले पर जांच के आदेश दिए देते हुए आरोपी के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए है ।
बरेली मंडल में पशु क्रूरता से जुड़े हुए कई अन्य मामले भी सामने आ चुके हैं। कुछ दिन पहले बदायूं के एक मामले में आईवीआरआई में चूहे का पोस्टमार्टम किया गया था जिसमें एक आरोपी व्यक्ति ने चूहे की पूंछ में पत्थर बांधकर नाले में डुबोकर मारने की कोशिश की थी, बाद कुत्ते के बच्चों को पत्थर से कुचल कर हत्या करने वाले सामने आया था। इसके बाद मामले रुके नहीं बल्कि अब कुत्ते के बच्चे के कान और पूंछ को चखने के साथ खाने का मामला भी आ गया।