- इजरायल -फिलिस्तीन के बेगुनाह लोगों पर कर रहा जुल्म ,
- मौलाना ने फिलिस्तीन के मामले पर पीएम मोदी की तारीफ ,
- बरेली : आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा खां ने कहा है कि इस्लामियां इंटर कॉलेज में कल आयोजित होने वाला इज्तिमाई दुआ का कार्यक्रम अब नौमहला मस्जिद में आयोजित होगा। यह जानकारी मौलाना तौकीर रजा ने अपने निवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में की है। इस मौके पर मौलाना तौकीर ने यह भी कहा कि इजरायल फिलिस्तीन के बेगुनाह लोगों पर जुल्म कर रहा है। उस ज़ुल्म को लेकर लगातार हमने नमाजों में दुआएं की। लेकिन अब सामूहिक प्रार्थना आयोजित कर उन तमाम लोगों को शरीक करना चाहते हैं जो लोग इंसानियत में विश्वास रखते हैं।
मौलाना तौकीर रज़ा ने यह भी बताया कि प्रशासन की ओर से कार्यक्रम स्थल में परिवर्तन किया गया है। मौलाना ने कहा कि पहले यह कार्यक्रम इस्लामिया इंटर कॉलेज के मैदान पर था। लेकिन अब प्रशासन ने कार्यक्रम स्थल का परिवर्तन कर सामूहिक प्रार्थना नौमहला मस्जिद के लिये अनुमति दी हैं। मौलाना ने कहा फिर भी मैं हिंदू भाइयों से अपील करूंगा कि वह भी सामूहिक प्रार्थना में शरीक हो। मौलाना ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि प्रशासन की हमेशा से ही कोशिश रहती है कि हिंदू मुस्लिम एक साथ ना बैठे। कार्यक्रम स्थल का परिवर्तन ही इसलिए किया गया। वही उन्होंने हिंदू भाइयों से अपील की सामूहिक प्रार्थना में बेगुनाह लोगों के मारे जाने को लेकर एक साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो, ताकि जुर्म का खात्मा हो सके और इंसानियत को बचाया जा सके।
मौलाना तौकीर रज़ा ने प्रधानमंत्री को मुबारकबाद पेश करते हुए कहा प्रधानमंत्री ने फिलिस्तीनियों के दर्द को समझा उनके लिए राहत सामग्री भेजी। मौलाना ने कहा कि हमेशा भारत ने मजलूमों का साथ दिया है। भारत कभी भी जुल्म करने वालों के साथ नहीं खड़ा हुआ।मौलाना ने अपनी बात को बढ़ाते हुए यह भी कहा कि सामूहिक प्रार्थना का मकसद जुल्म के खिलाफ उन लोगों की आवाज थी जो लोग मानवता में यकीन रखते हैं। दुआए तो हमारे यहां हर नमाज के बाद होती हर जुमें में होती हैं। लेकिन कहीं हमारे अमाल तो कहीं खान-पान की वजह से दुआएं कबूल नहीं हो पा रही। मुसलमानों में मानना यह है कि 40 लोगों को एक साथ जमा करके दुआ की जाए तो किसी एक की दुआ जरूर कबूल होती है। इसी को लेकर सामूहिक प्रार्थना आयोजित की जा रही है।