बरेली :सड़कों पर उतरें समाजवादी पार्टी के सछास कार्यकर्ताओं नें जमकर प्रदर्शन किया। संसद मे गृहमंत्री अमित शाह द्वारा दिये गए बाबा साहब के बयान पर विपक्ष का विरोध प्रदर्शन जारी है। समाजवादी पार्टी ने विरोध प्रदर्शन करते हुए गृहमंत्री का पुतला फूंकने चौकी चौराहा पहुंचे। इस बीच मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने सछास के कार्यकर्ताओं को वहां से खदेड़ दिया। छात्र पुतला जलाने को लेकर अड़े रहे। जिसके चलते पुलिस नें प्रदर्शन कर रहे सछास कार्यकर्ताओं को अपनी गिरफ्त में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया।
संसद में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा दिए गए बाबा साहब के बयान पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव क्या वहां पर प्रदेश पर में सपाइयों ने जमकर प्रदर्शन किया। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट पहुंचना चाहते थे। लेकिन प्रशासन ने इसके अनुमति नहीं दी। इसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट समाजवादी कार्यालय पहुंचे और उनका ज्ञापन लिया गया।
वही इससे पहले सुबह से ही पार्टी कार्यालय पर बड़ी संख्या में पार्टी नेताओं का आना शुरू हो गया। सपाइयों को इकट्ठा होते देख प्रशासन ने सपा कार्यालय को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया इसके साथ ही कार्यालय के आने वाले रास्तों पर बैरिकेडिंग लगा दी। ताकि जुलूस न निकल सके। सपा जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया।
इस कड़ी में पार्टी कार्यालय पर जिला अध्यक्ष शिवचरन कश्यप की अध्यक्षता में सभा का आयोजन किया गया जिसका संचालन जिला कोषाध्यक्ष अशोक यादव द्वारा किया गया।कार्यालय पर हुई सभा को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष चरण कश्यप ने कहा कि इस प्रकरण से भाजपा का चाल – चरित्र और चेहरा बेनकाब हो गया है। भाजपा नियत किसी से छुपी नहीं है और इनके लोग संविधान के लिए खतरा हैं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा कोरोड़ों दलितों, पिछड़ों और संविधान को मानने वाले उसे पूजने वाले करोड़ों भारतीयों की आस्था के केंद्र बाबा साहब डॉक्टर भीम राव अम्बेडकर के लिए जो अपमान जनक टिप्पणी की है वह किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जा सकती, अमित शाह ने केवल बाबा साहब का ही नहीं बल्कि संविधान का भी घोर अपमान किया है।
इसी कड़ी में महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी ने कहा कि भाजपा सरकार की मानसिकता नकारात्मकता से परिपूर्ण दिखाई पड़ती है ऐसे में यह सरकार किसी भेदभाव और कटुता के देश की जनता की सरकार बनकर कार्य करें इसमें संशय दिखाई पड़ता है इसलिए ऐसी जन विरोधी और अलोकतांत्रिक सरकार के केंद्रीय गृहमंत्री को अभिलंब बर्खास्त कर देना चाहिए। इस दौरान पूर्व महापौर सुप्रिया ऐरन, प्रदेश सचिव शुभलेश यादव, पूर्व महानगर अध्यक्ष कदीर अहमद, प्रदेश सचिव मलखान सिंह यादव, प्रदेश सचिव कलीमउद्दीन, वरिष्ठ नेता अरविंद यादव,विधान परिषद प्रत्याशी रहे शिव प्रताप सिंह यादव, जिला उपाध्यक्ष रविंद्र सिंह यादव, तारिक लिटिल,सुरेंद्र सोनकर, महानगर महासचिव पंडित दीपक शर्मा, ज़िला कोषाध्यक्ष अशोक यादव, दिनेश यादव, गोविन्द सैनी, राजेश मौर्या , मनोहर पटेल, सुरेंद्र सोनकर,सूरज यादव, हरिशंकर यादव, स्मिता यादव, गज़ल अंसारी, सुरेश गंगवार, भारती चौहान, प्रमोद यादव, हरी पाल सिंह, अभिषेक यादव, राकेश यादव, अरविन्द यादव, शिवम प्रजापति,रेहान खान आदि मौजूद थे ।