यूपी के शाहजहांपुर की जलालाबाद तहसील में बदायूं मार्ग पर रामगंगा नदी पर बना सबसे लम्बा कोलाघाट का पुल अभी हाल ही में अचानक भरभरा कर नदी में गिर गया था। जिसके बाद लखनऊ, सहारनपुर और बरेली से आला अधिकारियों की जांच टीम शाहजहांपुर पहुंचीं। सेतू निगम की टीम ने कोलापुल के गिरने की वजह का पता लगा लिया है। जांच अधिकारी ने बताया कि कोलाघाट के पुल में टोटल 59 पिलर हैं। जिसमें से सातवां पिलर जमीन के अन्दर धंस गया था।
जाँच अधिकारी ने बताया कि तमाम एक्सपर्ट की जांच के बाद ये निकल कर सामने आया है कि पुल का स्ट्रक्चर फेलियर नही था बल्कि भूगर्भीय फेलियर था। जिसकी बजह से ये हादसा हुआ है। उन्होने बताया कि इसके लिए उन्होने एक्सपर्ट टीम से बात कर अनुरोध किया है कि वो यहां पर आकर बतायें कि किस तरह से दोबारा इस पुल को बनाया जाए ताकि आगे से ऐसा हादसा न हो। साथ ही जांच अधिकारी ने ये भी बताया कि इस पुल में लगे अन्य सभी पिलर के नीचे की मिटटी की भी जांच की जायेगी।जांच अधिकारी संदीप कुमार कि पुल की जाँच के लिए बरेली – सहारनपुर से अधिकारी आये है | पुल के गिरने की भूगर्भीय आई है |