मुजस्सिम खान
रामपुर : नवाबों के शहर रामपुर के ऐतिहासिक नुमाइश ग्राउंड में हुनर हाट का आयोजन हो रहा है | इसी सिलसिले में 16 अक्टूबर 2021 से आरंभ होने वाली हुनर हाट की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी| तैयारियों का जायजा लेने के बाद पत्रकारों से वार्ता करने बैठे हैं मुख्तार अब्बास नकवी तभी पीछे लगी फॉलस सीलिंग अचानक भर भराकर गिर पड़ी जिससे दहशत का माहौल हो गया और खुद नकवी भी घबरा गए |
बता दे कि केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी अपने चार दिवसीय दौरे पर रामपुर पहुंचे जहां पर उन्होंने सबसे पहले नवाबी दौर के नुमाइश ग्राउंड में लगने वाली हुनर हाट का जायजा लिया वही वह यहां पर आयोजित सभागार में मीडिया से रूबरू हुए ही थे कि अचानक से छत की सीलिंग फॉल्स भरभरा कर गिर गई जिसके बाद वही नहीं आला अधिकारी भी भौचक्का रह गए हालांकि गनीमत यह रही की इस हादसे में किसी के कोई चोट नहीं आई आपको बताते चलें नुमाइश ग्राउंड में नवाबी दौर से नुमाइश चलती चली आ रही है लोग बड़ी संख्या में पहुंचकर यहां पर मनोरंजन करते रहे है अब फिर से केंद्र सरकार की पहल के बाद यहां पर हुनर हाट लगनी शुरू हुई जिसमें लोकल फॉर वोकल के तहत लजीज खाने शहरों के मशहूर प्रोडक्ट लोगों को दिखाने और उनके खरीदारी करने के लिए रखे जाते है.16 अक्टूबर से इस हुनर हाट की शुरुआत होनी है जिसका उद्घाटन केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी द्वारा किया जाएगा|
मुख्तार अब्बास नकवी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि लखीमपुर खीरी में कोई भी घटना दोषी हो उसके खिलाफ कार्यवाही हो वहीं उन्होंने सावरकर पर तंज कसने वाले नेताओं पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी है नकवी के मुताबिक जो भी दोषी है उसके खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई होगी किसी भी तरह की कोई जस्टिफिकेशन का प्रश्न नहीं उठता लेकिन कानून को अपने काम करने देना चाहिए जो पॉलिटिकल परेड की प्रतिस्पर्धा चल रही है वह बंद होना चाहिए। नाम लिए बैगर कहा कि इन लोगों ने जो सीटू सर्कुलर बिर्गेड है या छदम धर्मनिरपेक्ष सिंडिकेट है उसने सावरकर जी को संप्रदायिक बना कर छोड़ दिया और इन झूठे मनगढ़ किस्से कहानियों के आधार पर समाज में एक हिस्से पर उनके प्रति नफरत पैदा की है जिनको उस सच्चाई को देखना है और वह सेल्यूर जेल चले जाएं काला पानी में अब काला पानी में लोग नजर बंद नहीं होते करने की जरूरत नहीं है जाएं साहित्य देखें और उसका अध्ययन करें और वीर सावरकर के जो ज्यादातर दोस्त थे वह मुस्लिम समाज के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे जो सेल्यूलर जेल में थे मैं तो खुद जाकर के देख कर आया हूं इसलिए जो लोगों ने इतिहास को तोड़ मरोड़ कर अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए पेश किया था वह एक्सपोज भी हुए है। हम घटना की जांच नहीं कर रहे हैं तो उन्हें जांच करने दीजिए कानून अपना काम कर रहा है। ऐसा है बीजेपी को बाहर करते करते बहुत से लोग बाहर हो चुके हैं तो आप चिंता मत करिए।