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राजेश पांडेय से बनी सोनिया जल्द बंधेंगी शादी के बंधन में , जानिए कौन हो सकता है उनका राजकुमार ?

यूपी के बरेली जिले में अपना लिंग परिवर्तन कराने वाले राजेश पांडेय उर्फ़ सोनिया पांडेय तमाम संघर्षो के बाद अपने शादी के बंधन में बंधने जा रही  है | बताया जा रहा है कि वह  अपने सपनों के राजकुमार के साथ अगले वर्ष शादी के  सात  फेरे लेंगी  | इस बात की खुद पुष्टि राजेश पांडेय उर्फ सोनिया पांडेय ने की है | राजेश पांडेय  रेलवे के इज्जतनगर मंडल में इंजीनियर के पद पर तैनात है | पहले भी राजेश पांडेय लिंग परिवर्तन को लेकर मीडिया की सुर्ख़ियों में रह चुके है | सोनिया के मुताबिक शादी के कई प्रपोजल उनके पास आ चुके है , प्रपोजल देने वालों में अधिकतर लोग सरकारी कर्मचारी है , कोई आर्मी है तो कोई एयरफोर्स में है | 

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 मृतक आश्रित कोटे पर राजेश उर्फ़ सोनिया ने पाई थी नौकरी 

रेलवे कर्मचारी सोनिया पांडेय ने बताया कि वह अपने पिता की मौत के बाद वर्ष 2013 में मृतक आश्रित कोटे के तहत नौकरी लगी थी | इसके बाद उनके परिवार ने एक युवती से शादी करा दी बाद में दोनों ने अपने रास्ते अलग अलग कर लिए | हालाँकि यह अपने आप में बड़ा फैसला था | 

rajesh pandey

जानिए यह था पूरा मामला 

राजेश पांडेय उर्फ़ सोनिया ने अपनी  रेलवे की नौकरी के दस्तावेजों में लिंग परिवर्तन के लम्बी लड़ाई बाद में उन्हें सफलता मिल गई | जानकारी के मुताबिक सोनिया को लेकर रेलवे के रिकॉर्ड में मार्च 2020 में एक नया इतिहास दर्ज हो गया है। पहली बार ऐसा हुआ है कि लिंग परिवर्तन के आधार पर पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल में कार्यरत राजेश कुमार अब यहां सोनिया पांडे के नाम से नौकरी कर रहे  हैं। सोनिया ने महिला होने के अधिकार की लड़ाई 27 महीने तक लड़ी। मुख्य कारखाना प्रबंधक (कार्मिक) ने 4 मार्च 2020 को रेलवे के अभिलेखों में लिंग व नाम परिवर्तन का आदेश जारी कर दिया था ।

शरीर में हो रहे परिवर्तन के बाद राजेश ने सोनिया बनने का किया फैसला 

राजेश उर्फ सोनिया पांडे की कहानी  और कहानियों से अलग है | राजेश उर्फ सोनिया पांडे  के पिता रेलकर्मी थे, उनकी मृत्यु के बाद 2013 में मृतक आश्रित कोटे पर राजेश की नौकरी लग गई। इज्जतनगर के मुख्य कारखाना प्रबंधक कार्यालय में कार्यरत तकनीकी ग्रेड-एक के पद पर तैनाती मिली। सोनिया के मुताबिक  उनसे बड़ी चार बहने हैं। उनकी शादी उनके  मर्जी के खिलाफ 2012 में  हुई थी । इसी दौरान उनके अंदर महिलाओं जैसे व्यवहार आने लगे थे । पहले तो बहुत परेशान हुई लेकिन निर्णय लिया कि लिंग परिवर्तन कराएंगे । उन्होंने पहले तो इस मामले में  पत्नी को समझाया फिर  वह दोनों अपनी  इच्छानुसार से अलग हो गए। सोनिया ने भी कहा कि उन्हें राजेश की लाइफ में घुटन हो रही थी और उन्हें लगता था भगवान् ने उनके साथ अन्याय किया है | 

सोनिया ने वर्ष 2017 में कराई थी सर्जरी 

सोनिया के मुताबिक पत्नी से तलाक लेने के बाद दिल्ली में सेक्सोलॉजिस्ट से मिली तो उन्होंने सर्जरी करवाकर लिंग परिवर्तन की सलाह दी। पहले तो घरवाले तैयार नहीं थे। उन्हें बहुत समझाना पड़ा। फिर समाज का ताना अलग से। लेकिन वह टूटी नहीं। मानसिक रूप से खुद को मजबूत किया। इसमें दोस्तों ने मदद की। 10 दिसंबर 2017 को सर्जरी करवाकर वापस बरेली आ गई। फरवरी के पहले सप्ताह में रेलवे ने राजेश के पास और मेडिकल कार्ड पर लिंग महिला दर्ज कर दिया।सोनिया के मुताबिक मेडिकल बोर्ड की जांच से उनकी राह आसान हुई। पहले तो अधिकारियों ने मना कर दिया था। मेडिकल रिपोर्ट में पाया गया कि उनमें भौतिक रूप से जेंडर डिस्फोरिया  है। ऐसा हार्मोन के बदलाव से होता है। बाद में कई प्रयासों और सरकारी दखल के बाद रेलवे ने उनका नाम लिंग परिवर्तन सरकारी दस्तावेजों में दर्ज कर लिया | सोनिया ने बताया कि पहले दिक्कतें थी लेकिन उसके विभाग के अधिकारीयों के साथ परिवार के लोगों ने काफी मदद की है | फिलहाल वह अपने जीवन से खुश है | 

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