बरेली। शाहजहांपुर की रहने वाली एक मां पर उसकी ही बेटी ने उसे और उसके भाई बहनों को जहर देने का आरोप लगाया है। तहरीर के मुताबिक बच्चों की मां ने उत्तराखंड के किच्छा में मिठाई डिब्बा यह कहकर दिया था कि मंदिर का प्रसाद है और जब भूख लगे तो इसे रास्ते मे खा लेना, बच्चे जैसी ही बस स्टैंड पर पहुंचे और भूख लगने पर मिठाई खाई तो तीनों भाई बहनों की तबियत बिगड़ने लगी। बच्चों ने फोन से अपने पिता को कॉल करके बताया कि मिठाई खाने के बाद सभी की तबियत खराब हो रही है। इसके बाद परेशान पिता ने बरेली पुलिस से मदद मांगी , मौके पर पहुंची पुलिस ने तुरंत बच्चों को बस स्टैंड से लिया और इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया , जहां तीनों बच्चों का इलाज चल रहा है, तीनों बच्चों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
तहरीर देने वाली पीड़ित इशिता (16) शर्मा पुत्री मुकेश शर्मा निवासी जिला शाहजहांपुर ने बताया कि वह अपनी मां से मिलने 1 दिसंबर को अपने भाई आरव शर्मा उम्र 11 वर्ष, आदी शर्मा उम्र 07 वर्ष के साथ अपनी मा रितिका शर्मा से मिलने किच्छा गयी थी। वहां रितिका शर्मा व प्रशान्त शर्मा व अन्य दो लोग रेलवे स्टेशन पर मिले, वहा उसकी मा रितिका शर्मा की मौजूद लोगों से बातचीत हुई उके बाद उसकी मा रितिका शर्मा ने एक मिठाई का डिब्बा दिया कहा कि यह प्रसाद है तुम लोग इसे खा लेना । मन खाने का नहीं होने पर उसने मिठाई का डिब्बा अपने बेग में रख लिया । इसके बाद उसकी माँ रितिका शर्मा व प्रशांत धर्मा व अन्य दो लोग वहां ते से चले गये। वह रात्रि 8 बजे ट्रेन से वापस अपने भाई बहन के साथ बरेली आ गयी । वहा से आटो करके वह पुराना रोडवेज गयी , क्योंकि उसे अपने बहन भाई के साथ तिलहर को बस पकड़नी थी , इसी दौरान उसने मिठाई का डिब्बा निकाल कर तीनों भाई बहनों ने मिठाई खाई , उसके बाद वह तीनों बेहोश होने लगे । तभी उसने बस स्टैंड पर मौजूद यात्री से अपने पापा को फोन करा दिया । बाद में पापा ने 112 नम्बर पर काल करके घटना की जानकारी दी ।
थाना कोतवाली की पुलिस व 112 नम्बर की पुलिस ने पुराना रोडवेज पर पहुंची तभी प्रार्थी व उसके भाई बहन को जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया ,उसके बाद क्या हुआ उसे बात का पता नहीं । प्रार्थनी ने इस मामले में कार्रवाही की मांग की है।