पंडित मुकेश मिश्रा
बरेली। पांच दिवसीय दीपोत्सव का आखिरी पर्व भैया दूज 6 नवंबर शनिवार को है भाई-बहन के प्रेम का यह पर्व शोभन योग ने पड़ रहा है। इस कारण इस योग में भैया दूज का महत्व अलग ही होगा। यह योग भाई बहन के रिश्ते को और अटूट व प्रगाढ़ बनाएगा। पंचांगो के मुताबिक द्वितीय तिथि सूर्योदय से लेकर रात्रि 7:43 तक रहेगी। शोभन योग भी संपूर्ण दिवस व्याप्त रहेगा। ज्योतिषाचार्य पंडित मुकेश मिश्रा ने बताया कि इस दिन चंद्रमा भी वृश्चिक राशि में गतिशील होगा। वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल है। ऐसे में चंद्रमा और ज्यादा मंगलकारी होगा। इस दिन भाईयों को तिलक लगाने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 10 बजे से लेकर 3 बजकर 21 बजे तक रहेगा। यानि तिलक करने का शुभ मुहूर्त 2 घंटा 11 मिनट तक रहेगा।
-दीपदान व कलम दवात पूजन का महत्व
पंडित मुकेश मिश्रा के मुताबिक इस दिन यमुना ने अपने भाई यमराज को तिलक कर भोजन कराया था। यमराज ने प्रसन्न होकर अक्षय आयु और चौमुखी यश का वरदान दिया था। इसलिए इसे यम द्वितीया भी कहते हैं। इस दिन दीपदान और कलम दवाद की पूजा करने से उन्नति, विकास और प्रगति होती है। साथ ही विवेक और ऐश्वर्य भी बढ़ता है।