उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुद्धवार को लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर सियासी पारा गर्म रहा। राहुल गांधी दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके तुरंत लखनऊ जाने के लिए सीएम पंजाब चन्नी और सीएम छत्तीसगढ़ भूपेश बधेल के साथ एयरपोर्ट पहुंचे , तब माना जा रहा था कि राहुल गांधी को यूपी सरकार किसी भी हालत में लखीमपुर जाने की इजाजत नहीं देगी और लखनऊ हवाई अड्डे पर उन्हें रोक लिया जाएगा। हालांकि राहुल गांधी के लखनऊ पहुंचते ही उन्हें पांच लोगों के साथ लखीमपुर जाने के लिए सशर्त इजाजत मिल गई।
जब राहुल गांधी लखनऊ एयरपोर्ट से निकलने वाले ही थे तभी वहां मौजूद लोगों ने राहुल गांधी को लखीमपुर सुरक्षा का हवाला देते हुए सरकारी से वाहन से चलने को कहा पर राहुल ने साफ मना कर दिया , राहुल ने कहा कि वह लखीमपुर सिर्फ अपने वाहन से जाएंगे इसी बात को लेकर राहुल , पंजाब और छत्तीशगढ़ के मुख्यमंत्रियों के साथ धरने पर बैठ गए, बाद में प्रशासन ने राहुल की बात मान ली, राहुल सबसे पहले प्रियंका गांधी से मिलने के लिए सीतापुर पहुंचे उसके बाद वह लखीमपुर पहुंचे,
राहुल -प्रियंका ने लवप्रीत के घर पहुंचकर जताया घटना पर दुख
राहुल और उनकी बहन प्रियंका गांधी सीतापुर से सीधे सिख युवक लवप्रीत के घर पहुंचे । वहां पहुंचकर राहुल – प्रियंका गांधी ने अपनी शोक संवेदना व्यक्त की और न्याय दिलाने की बात कही। प्रियंका गांधी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वह खुश है कि उन्हें सीतापुर से लखीमपुर आने का मौका मिला। यहां पहुंचकर वह पीड़ित परिवार से मिली है और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने को कहा है।
जानकारी के मुताबिक राहुल – प्रियंका गांधी पीड़ित परिवार के घर करीब 20 मिंट तक रुके इस दौरान प्रियंका और राहुल ने परिवार ने उनका हौसला बढ़ाया । इसके बाद वह पत्रकार रमन कश्यप के घर निघासन के लिए निकल गए। वहां पहुंचकर प्रियंका और राहुल पीड़ित परिवार से बात करेंगे। इसके बाद वह घटना में मारे गए बहराइच के किसान नक्षत्र सिंह के घर भी जा सकते है।