बरेली। देश के 112 जनपदों में शुरु हो रहे गंगा उत्सव में बरेली को भी शामिल किया गया है। इसी के मद्देनजर केंद्र सरकार की राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन एवं जल शक्ति मंत्रालय की अत्यंत महत्वाकांक्षी योजना ’’नमामि गंगे कार्यक्रम’’ के अन्तर्गत बरेली जनपद में भी ’’जिला गंगा समिति’’ का गठन किया गया हैं।
जिलाधिकारी नितीश कुमार की अध्यक्षता में गठित समिति में 13 सदस्य होंगे एवं इसके संयोजक संभागीय वन अधिकारी, वन्य जीव विभाग रहेगें। इस समिति का उद्देश्य बरेली में रामगंगा नदी एवं उसके आस-पास हो रहे प्रदूषण के नियंत्रण कार्यक्रमों का समन्वय रहेगा। गंगा एवं उसकी सहायक नदियां में गंदगी न फैलाने के लिए जन सहभागिता को बढ़ावा देना होगा। इन उददेश्यों की पूर्ति हेतु राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, जल शक्ति मंत्रालय, द्वारा गंगा एंव उसकी सहायक नदियों पर स्थित जनपदों में, जनपद बरेली को सम्मिलित करते हुए कुल 112 जनपदों में ’’जिला गंगा समिति’’ का गठन किया गया है।
उक्त समितियों के गठन से गंगा बेसिन के जनपदों में गंगा सफाई के कार्यों को न सिर्फ गति मिलेगी बल्कि गंगा पुनरूद्वार की मुहिम को जन-जागरण में परिवर्तित करने मे भी बड़ा योगदान मिलेगा। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जनपद बरेली से प्रवाहित हो रही रामगंगा में हो रहे प्रदूषण की रोकथाम के लिए 3 नग एस.टी.पी. (कुल 63 एमएलडी क्षमता) की परियोजना को पहले ही मंजूर कर दिया गया है शीध्र ही उक्त परियोजनाओं पर काम प्रारम्भ कर दिया जायेगा।
कार्यकारी निदेशक (वित्त) एंव संयुक्त सचिव, रोजी अग्रवाल, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, जल शक्ति मंत्रालय ने बताया कि जिला गंगा समितियों का गंगा और उसकी सहायक नदियों के संरक्षण में बहुत बड़ा योगदान रहेगा, जिससे जमीनी स्तर पर परियोजनाओं के क्रियान्वयन मे गति मिलेगी। उन्होंने यह भी बताया कि एक से 3 नवम्बर तक नदियों का उत्सव ’’गंगा उत्सव 2021’’ मनाया जाएगा, जिसके तहत गंगा और उसकी सहायक नदियों के किनारे बसे शहरों में जनमानस को जागृत करने के उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रम और गतिविधियॉ की जाएगी और इसे एक नदी उत्सव के रूप में समस्त देश भर में मनाया जाएगा।