राजकुमार
फतेहगंज पश्चिमी।। किच्छा और बैगुल नदी और रामगंगा के उफनाने से करीब दो दर्जन से अधिक गाँब के घरों में पानी भरने से जीवन अस्त व्यस्त हो गया है।वही प्रशासन के पुख्ता इंतजाम नही होने से लोग गाँब से बाहर नही निकल पा रहे है।हालांकि एक दो गाँब में प्रशासन की ओर से खाना के पैकेट कम मात्रा में बांटे गए है।
पहले दो दिन लगातार हुई मूसलधार बारिश से जंगल मे खड़ी और कटी धान ,उड़द, मिर्च,गन्ना आदि की फसल नष्ट हो गयी थी।अब जल स्तर बढ़ने के कारण रामगंगा और बैगुल नदी के कहर से थानपुर,पट्टी,सतुईया,औंध,पिपरिया,सहसा, भोलापुर,पनवड़िया, मीरापुर, पिथूपुरा, गौतारा आदि समेत करीब दो दर्जन गाँब के घरों में पानी भरने से घर मे रखा अनाज और गृहस्ती की अन्य बस्तुये पानी मे डूबकर नष्ट हो गयी।जिससे लोगो का जीवन संकट में पढ़ गया है।गांब थानपुर प्रधान टीकाराम और ग्रामीण भोपत राम,छेदालाल, लालाराम,मनिपाल, सुरेश कुमार आदि ठिरिया खेतल के राजीव कुमार,रामसेवक और सतुईया निवासी नवीन कुमार सिंह,प्रकाश कश्यप,ऋषिपाल सिंह भोलापुर के पूर्व प्रधान रघुवीर सिंह ने बताया बारिश से पहले जंगल में फसलें नष्ट हो गयी।अब नदियों का जल स्तर बढ़ने से घरों में पानी भरने से घरों में मौजूद समान भी नष्ट हो गया है।जिससे जीवन संकट में पड़ गया है। मदद के नाम पर न तो प्रशासन से राहत मिल रही है और न ही नेताओ से मिल रही है।
पिपरिया में फंसे लोगो प्रशासन से लगा रहे है गुहार
बैगुल नदी के किनारे वसे गाँब पिपरिया में नदी के उफान से गाँब के चारो ओर पानी भरने से निकलने के रास्ते बिल्कुल वन्द हो गए है। गाँब के घरों में भी पानी भरने लगा है। गाँब के सुरेश कुमार,होरीलाल,ओमप्रकाश,सुंदर राजपूत आदि लोगो ने बताया लोग गाँब से बाहर निकलना चाहते है।लेकिन गाँब के बाहर अधिक पानी होने से रास्ते नही दिख रहे है। प्रशासन से गुहार लगा रहे है।बाहर निकालने का आश्वासन मिला है।