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नए -नए प्रयोगों के लिए जाने जाते है जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह, गोवंश संरक्षण की योजना के भी जनक है मानवेन्द्र

नए -नए  प्रयोगों के लिए  जाने जाते है नवनियुक्त  जिलाधिकारी  मानवेन्द्र सिंह,  गोवंश संरक्षण की योजना  के जनक है भी मानवेन्द्र 

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इनपुट : सूचना विभाग 

बरेली। नवागत जिलाधिकारी  मानवेन्द्र सिंह अपने उत्कृष्ट कार्यों के लिए जाने जाते हैं। प्रदेश सरकार की गोवंश संरक्षण की महत्वाकांक्षी योजना की बुनियादी संरचना उन्होंने ही तैयार की थी। उन्होंने गोवंश संरक्षण के लिए तैयार किए गए अपने अभिनव प्रयोग का प्रस्तुतिकरण माननीय मुख्यमंत्री  के समक्ष प्रस्तुत किया, जिसे बेहद प्रशंसा मिली और तत्काल ही उसे मुख्यमंत्री जी ने स्वीकृति प्रदान की थी ।
डीएम मानवेन्द्र सिंह ने गोवंश संरक्षण की योजना की जो बुनियादी संरचना तैयार की थी उसे प्रदेश सरकार ने धरातल पर उतारा और माननीय मुख्यमंत्री  ने ललितपुर जिले के कल्याणपुर के गोवंश संरक्षण स्थल पर इसका सबसे पहले 2018 में शुभारम्भ किया। पूरे प्रदेश में यह योजना उसी स्वरूप में लागू की गई जो पूरे प्रदेश में सफलता पूर्वक कार्य कर रही है।

नवनियुक्त  जिलाधिकारी  मानवेन्द्र सिंह
नवनियुक्त जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह

 
ललितपुर के जिलाधिकारी के रूप में उनके कार्यकाल में ही मनरेगा के अन्तर्गत आवंटित धनराशि के विभिन्न कार्यों में बेहतर इस्तेमाल के लिए ललितपुर को 2018 में प्रदेश में पहला और देश में सातवां स्थान प्राप्त हुआ। उन्होंने मनरेगा के अन्तर्गत गोवंश संरक्षण के कार्य को भी जोड़ा था। उन्होंने मनरेगा के अन्तर्गत जनपद ललितपुर में कई ऐसे कार्य बिना किसी अतरिक्त धनराशि के कराए जिसकी कल्पना किया जाना पूर्व में सम्भव नहीं था।ललितपुर में ही ‘‘मिशन इन्द्रधनुष‘‘ योजना के अन्तर्गत टीकाकरण के कार्य में अभूतपूर्व सफलता अर्जित करने पर उन्हें ‘‘प्रधानमंत्री अवार्ड‘‘ से नवाजा गया। सिविल सेवा में इससे बड़ा कोई सम्मान नहीं होता है।   

     
 मानवेन्द्र सिंह द्वारा ललितपुर में नदियों के पुर्नजीवन तथा ग्रेनाइट खानों में तालाब तैयार करवाने जैसे शानदार कार्यों के लिए उन्हें दो बार ‘‘राष्ट्रीय जल पुरस्कार‘‘ से नवाजा जा चुका है। अपने इस कार्यकाल के दौरान ही उन्होंने वहां पर बड़ी संख्या में ग्रेनाइट खानों में बड़े ही व्यवस्थित ढंग से खान के गड्ढों को तालाबों को परिवर्तित करवाया,”क्रियेशन ऑफ वाटर बाडीज़‘‘ जैसे उन्नतिशील कार्य के लिए उन्हें ये पुरस्कार मिला। दूसरी बार ललितपुर की ही ऑडी नदी को पुनर्जीवित करने के लिए ‘‘राष्ट्रीय जल पुरस्कार‘‘ दिया गया।

 
ललितपुर के जिलाधिकारी के रूप में मानवेन्द्र सिंह नित नए ऐसे कार्य करते रहे कि प्रदेश सरकार के उच्च मानदण्डों पर उन्हें पुरस्कृत किया जाता रहा है। उनके कार्यकाल में आईजीआरएस पर समस्याओं तथा जनशिकायतों के निस्तारण में ललितपुर जनपद ने 17 बार प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया। इसके बाद फर्रुखाबाद के जिलाधिकारी के रूप में कार्य करते हुए यह जनपद भी आईजीआरएस में लगातार प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त करता रहा है।

 
डीएम मानवेन्द्र सिंह संवेदनशील व्यक्ति होने के साथ साथ साहित्य सृजन के लिए भी विख्यात हैं। उनकी कुछ कविताएं साहित्यिक क्षेत्रों में खूब चर्चित रही हैं। बरेली में वर्ष 2005-06 में वह अपर जिलाधिकारी प्रशासन के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान कर चुके हैं। कल दिनांक 25 अक्टूबर को वह बरेली के जिलाधिकारी का पदभार ग्रहण करेंगे।

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