यूपी के रामपुर पहुंचे केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान पाकिस्तान को जमकर आड़े हाथ लिया उन्होंने कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता के नाम पर भारत को वह देश सीख देने की कोशिश कर रहे हैं जिनके यहां ना संविधान में ही समानता है और ना ही अल्पसंख्यकों और उनकी धार्मिक आस्थाओं का कोई सम्मान है
वही केंद्रीय मंत्री ने कृषि बिल वापस लेने के मुद्दे पर कहा कि बहुत बड़े लीडर का एक बहुत बड़ा फैसला है और जो हमारा अन्नदाता है वो अन्नदाता के सरोकार पर किसी भी तरह का सियासी संप्रदायिक तड़का लगाने की कोशिश करना किसी भी रूप में ठीक नहीं होगा। यह तो डेमोक्रेसी है लोकतंत्र है मोदी जी की सरकार ने कभी भी टकराव का रास्ता नहीं अपनाया टॉक का रास्ता अपनाया सैकड़ों बार बातचीत हुई हैं आप एक बार भी बताइए टकराव का रास्ता क्या सरकार ने अपनाया है कभी नहीं अपनाया है यह हमारी संवेदनशीलता थी और है। देखिए में मानता हूं कि हमारे किसी भी समाज के किसी भी हिस्से की किसी भी कारण अगर दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से मौत हुई है|
विस्तृत तौर पर यह हमारे लिए भी दुख का विषय है और देश के लिए भी दुख का विषय है और इसके लिए हमें किसी भी चाहे कांग्रेस पार्टी हो या कोई और लोग हो उनके सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है हमारे संवेदनशीलता के प्रति हमारे ईमानदारी के प्रति और हमारे समाज के सभी वर्गों को तरक्की के रास्ते पर ले जाने के प्रति और यह सरकार वह सरकार है जो पहले दिन से मेरा गांव, मेरा देश, मेरा खेत, मेरा खलियान इस संकल्प के साथ काम किया है कृषि का बजट लगातार बढ़ता गया जो एमएसपी है वह मिनिमम सपोर्ट प्राइस के बजाय मैक्सिमम सपोर्ट प्राइस बनी लेकिन यह जो बहुत बड़े लीडर होते हैं विश्व के दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता का निर्णय है और मैं मानता हूं एक बड़े नेता का यह बहुत बड़ा और कड़ा फैसला है जिसको कि पूरे देश में स्वागत किया है मैंने पहले भी कहा कि सरकार ने कभी टकराव का रास्ता नहीं टॉक का रास्ता बातचीत का रास्ता अपनाया कितनी बार बातचीत हुई बातचीत में जो मुद्दा आए थे मुद्दों के समाधान का भी आप सबको जानकारी है तो अब ये विषय क्लोज हो गया है प्रधानमंत्री ने कहा है कि अभी पार्लियामेंट होने वाला है 29 से कृषि कानून वापस होगा।
हमने इसलिए कहा ना कि जो हमारा अन्नदाता है उसके सरोकार पर संप्रदायिक और सियासी तड़का लगाने की जो कोशिश है जो लोग ये कर रहे हैं वह कृषि किसानों और कृषि के प्रति कितने संवेदनशील है इस बात का अंदाजा आप आसानी से लगा सकते हैं और जो लोग इसको 370 को या सीए को इसके साथ जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं वह नाही पहले किसानों के हितेषी थे और न आज हैं देखिए मैं मानता हूं जो इसको चुनाव की नजर से देखने वाले लोग हैं वह बहुत संकीर्ण सोच रखते हैं और आप लोग इसका आकलन कीजिए इस आंदोलन के दौरान बहुत से चुनाव हुए विधानसभा भी हुई बाय इलेक्शन भी हुए पंचायती चुनाव भी हुए लोकल बॉडीज के भी चुनाव हुए बहुत से चुनाव हुए भारतीय जनता पार्टी का प्रदर्शन सब ने देखा है हम इसको फायदे नुकसान के साथ देखते नहीं है इसलिए जो फैसला हुआ है वह बहुत बड़े लीडर का फैसला है और एक बहुत ही बड़ा और संवेदनशील फैसला है।
कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा आज उत्तर प्रदेश में जैसा आपको मालूम है कुछ हफ्तों या कुछ महीनों में चुनाव होने वाला है उत्तर प्रदेश में जो एक संस्कृति थी सियासत थी कट कमीशन करप्शन कट कमीशन करप्शन के साथ-साथ दंगों और दबंगों की सियासत और फिरौती की विरासत को मोदी और योगी युग ने उस पर विराम लगाया है। इसके साथ-साथ उन लोगों को भी इस बात का एहसास है आने वाले दिनों में बेईमानों की बकैती और बाहुबलियों की फिरौती का युग पूरी तरह से खत्म होगा उस पर विराम लगेगा इसका एहसास बाहुबलियों का जो ब्रदर हुड है उसको अच्छी तरह से दिखाई पड़ रहा है। आपने देखा होगा दो-तीन दिनों से एक बार फिर से सांप्रदायिक सियासत की शोशे बाजी शुरू हुई है तो यह कहने लगा है कि नागरिकता कानून को वापस लेना चाहिए कोई कहने लगा है कि 370 खत्म किया जाना चाहिए यह वह लोग हैं जो इस बात को अच्छी तरह जानते हैं नागरिकता कानून किसी की नागरिकता लेने के लिए नहीं है बल्कि बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान में जो अल्पसंख्यक पीड़ित है प्रताड़ित है उनके साथ जो ज़ुल्म ही रहा है उनको नागरिकता देने के लिए है। 370 खत्म करने की बात है 370 के खात्मे के साथ 370 से ज्यादा समस्याओ का जम्मू कश्मीर में लद्दाख में समाधान हुआ है और वहां वह लोग प्रगति की मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं। पॉलीटिकल प्रोसेस कै हिस्सेदार भागीदार बन रहे हैं जो आजादी से लेकर आज तक वहां ना तो बीडीसी का चुनाव हुआ ना जिला पंचायत के चुनाव होते थे ना किसी तरह के पॉलिटिकल प्रक्रिया के हिस्से की भागीदारी हिस्सेदारी होती थी वह हुई है
:हमारे यहां भी कुछ सियासी दल है जिस तरह की भाषा बोलते हैं जिस तरह की लैंग्वेज इस्तेमाल करते हैं उसको जो जुल्म और जुर्म अल्पसंख्यक को पर जुल्म और जुर्म का जंगल पाकिस्तान हैं वह इसका इस्तेमाल करता है और वह हमको ज्ञान देने लगता है कि हमारे देश में अल्पसंख्यकों की अधिकार सुरक्षित नहीं है ये वह देश है जब बंटवारा हुआ था तो 24 परसेंट से ज्यादा अल्पसंख्यक समाज के लोग रहते थे और आज 2 परसेंट भी नहीं रह गए हैं यह वह देश है जहां हजारों 5 हजार से भी ज्यादा मंदिर थे जो आज 30 भी नहीं रह गए हैं यह वह देश है जहां समानता की बात किसी भी तरह की संवैधानिक गारंटी नहीं दी गई है यह वह देश है जहां आज भी हिंदुस्तान से लोग बंटवारे के बाद गए हैं उन्हें शरणती के रूप में ट्रीट किया जाता है और यह वह देश है जहां मस्जिदों में धमाके होते हैं और बेगुनाहों के खून बहते हैं वह हमें ज्ञान दे रहे हैं कि यहां अल्पसंख्या को के अधिकार और सुरक्षा यहां पर अल्पसंख्यकों के अधिकार और सुरक्षा पूरी तरह से समाज को सुनिश्चित करता है सविधान सुनिश्चित करता है और जो भी संविधान और समाज के प्रति चुनी हुई सरकार हैं उनकी सुरक्षा और गारंटी देता हैं कुछ मस्जिदों की बात करने लगते हैं हिंदुस्तान ऐसा देश है जहां 3 लाख से भी ज्यादा रजिस्टर्ड मस्जिदें हैं और उतनी ही लगभग दरगाह हैं तमाम और धार्मिक स्थल है जो कि इस्लामिक देशों से भी ज्यादा है उसके अलावा जो लाखों की संख्या में चर्च हैं और भी धार्मिक स्थल है तो जो भी लोग इस तरह के सवाल उठाते हैं वह अपने आपमें खुद एक्सपोज होते हैं खुद बेनकाब होते हैं और वे अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए जहां पर जुल्म और जुर्म का जंगल हैं उस पर पर्दा डालने के लिए इस तरह की बातें करते हैं।
कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा अफसोस की बात यह होती है कुछ राजनीतिक दल कुछ सियासी दल जिस तरह से सुर में सुर मिलाते हैं चाहे वह समाजवादी पार्टी हो या कांग्रेस हो या और लोग हो उसका दुरुपयोग पाकिस्तान का जो जिहादी इस्टैब्लिशमेंट है जाहिल इस्टैब्लिशमेंट है वह करता है। और वे दुनिया को ये बताने की कोशिश करता है कि कांग्रेस पार्टी के लीडर ने यह बयान दिया समाजवादी पार्टी के लीडर ने यह बयान दिया उन बयानों को वह साजिशों का चक्रव्यू बनाता है और भारत को दुनिया में बदनाम करने की कोशिश करता है।
नक़वी ने कहा मैंने अभी देखा पाकिस्तान और एक कांग्रेस के एक लीडर है दोनों के बयान लगभग एक जैसे मिलते जुलते आए पाकिस्तान ने भी उस दिन हिंदुत्व पर सवाल किया हमारे जो यहां के ग्रांड ओल्ड पार्टी के नेता है उनका बयान भी उसी दिन आया। नकवी ने कहा हिंदुत्व हिंदुस्तान की संस्कृति है इसी हिंदुत्व ने हिंदुस्तान को पंथनिरपेक्ष और सेकुलर बनाया हिंदुत्व सर्वधर्म समभाव की बात करता है। इसलिए बंटवारे के बाद जब पाकिस्तान इस्लामिक देश बना और हिंदुस्तान पंथनिरपेक्ष देश बना बंटवारे के बाद भारत में अल्पसंख्यक की आबादी 8% थी आज 22% से ज्यादा है और हिंदुस्तान आज सुरक्षित और तरक्की के रास्ते पर चल रहा है। इतना ही कहना चाहूंगा जो लोग इस तरह की बातें कर रहे हैं हिंदुत्व को जो मजहब के साथ और धर्म के साथ जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं शुद्ध रूप से यह जाहिलियत भी है हिंदुस्तान की संस्कृति को बदनाम करने की कोशिश भी है।