बरेली। आगामी अगस्त-सितंबर में बिहार में होने वाले एशिया हॉकी कप में पाकिस्तानी खिलाड़ियों की भागीदारी को लेकर विरोध तेज हो गया है। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने इसका कड़ा विरोध जताया है और केंद्र सरकार से मांग की है कि इस फैसले पर पुनर्विचार किया जाए।
मौलाना ने कहा कि पाकिस्तान एक दुश्मन देश है, जिसने न केवल आतंकवादी घटनाओं को अंजाम दिया बल्कि भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले कलाकारों, खिलाड़ियों और लेखकों को भी बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने पहलगाम में आतंकी हमले को अंजाम दिया, जिसके बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर दुश्मन के ठिकानों को तबाह किया। उस समय पाकिस्तान के ही कुछ खिलाड़ी और फनकार भारत विरोधी बयान दे रहे थे, जिनमें प्रधानमंत्री तक को अपमानित किया गया था।
उन्होंने सवाल उठाया कि जब पाकिस्तान दिल्ली के लाल किले पर झंडा फहराने और भारत को टुकड़ों में बांटने की धमकी दे चुका है, तो ऐसे देश के खिलाड़ियों को भारत में खेलने की अनुमति कैसे दी जा सकती है?
मौलाना ने चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान की टीम भारत आई तो उन्हें बिहार की सरजमीं पर खेलने नहीं दिया जाएगा। जरूरत पड़ी तो देशभर में मुसलमानों के साथ अन्य समुदायों को जोड़कर विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ खेल का मामला नहीं, बल्कि राष्ट्रीय अस्मिता से जुड़ा सवाल है।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान के आतंकी चेहरे को दुनिया के सामने बेनकाब किया है, ऐसे में इस फैसले से भारत की साख पर सवाल उठ सकते हैं।
