श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर-मस्जिद केस के मुख्य याचिका कर्ता दिनेश फलाहारी महाराज ने प्रेमानंद बाबा को एक भावुक करने वाला पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने लिखा है कि प्रेमानंद जी आप देश की बेटियों के बारे में गलत शब्द कहने से बचें, और छोटी-छोटी बच्चियों को भक्ति में इतना भावविभोर मत कीजिए जिससे वे अपना सर मुड़वाकर विधवा का रूप धारण कर ले.
फलाहारी महाराज ने प्रेमानंद जी से कहा कि आप परम् विद्वान हैं, हम भी मानते हैं कि राधा नाम में बहुत बड़ी शक्ति है, तभी तो हम भी राधा नाम के सहारे 3 वर्ष पहले श्रीकृष्ण जन्म भूमि मंदिर आजाद होने तक भोजन छोड़ने का संकल्प ले चुके हैं, और हम भगवान की पूजा योग्य फूलों पर न चलकर इस गोलोक भूमि में ब्रज रज में नंगे पैर चलते हैं.
उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में मुस्लिमों की आबादी बहुत तेजी से बढ़ रही है, और आप भावुक युवा हिंदू बच्चियों को जादू टोना करके साधू बना रहे हो करोड़ों युवा आपके दीवाने हो रहे हैं. युवा शादी करने से इंकार कर रहे हैं. आपकी वजह से देश में हिन्दुओं की जन्म दर में बहुत गिरावट हो रही है. यदि यही हाल रहा तो हिंदुस्तान में 20 वर्ष बाद मुस्लिम बहुसंख्यक और हिन्दू अल्पसंख्यक हो जाएंगे. फिर कश्मीर की तरह हिंदुओं को हिंदुस्तान से भी निकाल दिया जाएगा.
फलाहारी महाराज ने प्रेमानंद जी को भेजे पत्र लिखा है- आपके चरणों में प्रार्थना है इस देश को बचा लीजिए, और युवाओं को प्रेरणा दीजिए कि वे शादी करें. युवाओं को बताएं कि गृहस्थ जीवन में रहकर भी आप राधा नाम संकीर्तन कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि आपकी छवि को धूमिल करने के लिए आपके शिष्य परिसर में कुछ गुंडे घुस गए हैं, जो जमीनों पर अवैध कब्जे कर रहे हैं. उनको अपने आश्रम से निकाल दीजिए.
इस भावुक पत्र में प्रेमानंद बाबा से दिनेश फलाहारी महाराज ने कहा है कि हम भी तपस्वी फलाहारी ब्राह्मण बृजवासी हैं, और श्रीकृष्ण जन्म भूमि मंदिर से मस्जिद को हटाने के लिए हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में संघर्ष कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आपके करोड़ों फॉलोअर्स हैं, आपको बड़े-बड़े उद्योग पतियों ने हाईजैक कर लिया है, आपके लिए माया का जाल बिछा दिया है. आप परम ज्ञानी हैं, आप इस माया के चक्रव्यूह को काटकर, उद्योगपतियों की माया को गोमाता और जमुना जी के लिए संकल्पित करा दीजिए, जिससे श्री राधा-कृष्ण की लाडली गोमाता भी बच जाएगी, और हिन्दुओं की पूज्यनीय जमुना महारानी जी का जल भी स्वच्छ हो जायेगा.
गोमाता, यमुना महारानी और ब्रजवासियों के आशीर्वाद से आपकी दोनों किडनी स्वस्थ रहेंगी, और आपका नाम इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में लिख जायेगा. अंतिम पंक्ति में दिनेश फलाहारी महाराज ने प्रेमानंद बाबा को लिखा है कि जिस माया को आप छोड़कर आए हैं, वही माया आपके पीछे दौड़ रही है, इस मोह माया से दूर रहोगे तभी स्वर्ग जा पाओगे।
