भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एंटी करप्शन) बरेली शाखा की टीम ने बुधवार को दो चकों को एक साथ करने के बदले आठ हजार रुपये की घूस लेते चकबंदी लेखपाल हरीश कुमार को सहायक चकबंदी कार्यालय तृतीय में रंगेहाथ दबोच लिया। आरोपी लेखपाल हरीश कुमार शिवपुरम सिविल लाइन बदायूं निवासी है। उसके खिलाफ सुभाषनगर थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
बरेली के थाना भुता क्षेत्र के गांव गजनेरा निवासी बाबूराम ने भ्रष्टाचार संगठन कार्यालय में शिकायत की थी। बाबूराम के अनुसार उनके गांव में चकबंदी चल रही है। उन्हें चक संख्या 773 और 411 की नाप कराकर एक साथ करना था। इसके लिए वह गजनेरा गांव में तैनात चकबंदी लेखपाल हरीश कुमार से मिले। लेखपाल हरीश ने इस काम के लिए उनसे 10 हजार रुपये मांगे। बातचीत के बाद आठ हजार रुपये में बात फाइनल हो गई।
डिप्टी एसपी एंटी करप्शन यशपाल सिंह ने बताया कि बाबूराम ने लेखपाल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संगठन में शिकायत की। प्रारंभिक जांच में शिकायत की पुष्टि होने पर एंटी करप्शन की टीम ने बाबूराम को केमिकल लगे नोट दिए। तय योजना के अनुसार केमिल लगे नोटों को लेकर बाबूराम बुधवार दोपहर करीब 1:40 बजे सहायक चकबंदी कार्यालय तृतीय में लेखपाल हरीश कुमार के पास पहुंचे। बाबूराम ने जैसे ही रुपये लेखपाल को दिए उसने नोट फौरन अपनी मेज की दराज में रख लिए। वहां पहले से मौजूद एंटी करप्शन की टीम ने लेखपाल हरीश कुमार को मौके पर दबोच लिया। उसकी मेज की दराज से केमिकल लगे नोट भी बरामद कर लिए। इंस्पेक्टर बब्बन खां की ओर से आरोपी के खिलाफ सुभाषनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
एंटी करप्शन के डिप्टी एसपी यशपाल सिंह के अनुसार आरोपी लेखपाल हरीश कुमार को चकबंदी कार्यालय से आठ हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है। आरोपी की जेब से 71 सौ रुपये अतिरिक्त बरामद हुए हैं। उसके खिलाफ सुभाषनगर में रिपोर्ट दर्ज कराकर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
लेखपाल बोला- कहीं भी जाओ, लौटकर यहीं आओगे
पीड़ित किसान बाबूराम ने बताया कि वह पिछले दो महीने से चकबंदी कार्यालय के चक्कर लगा रहे थे। लेखपाल 10 हजार रुपये की मांग कर रहा था। किसान ने रुपये देने में असमर्थता जताई। इस पर आरोपी लेखपाल ने कहा कि कहीं भी चले जाओ, लौटकर यहीं आना होगा, तभी काम होगा। लेखपाल आए दिन उन्हें फोन करता था। हैरानी की बात यह है कि बुधवार को भी उसने फोन करके रुपये मांगे। एंटीकरप्शन टीम के बताए अनुसार किसान बाबूराम ने चकबंदी कार्यालय जाकर रुपये दिए। टीम ने आरोपी की तलाशी ली तो उसके पास से 71सौ रुपये और बरामद हुए। एंटी करप्शन टीम इसे भी रिश्वत की रकम मान रही है।
