बरेली। डेंगू के मामले बढ़ते मामलों ने बकरी के दूध के भाव आसमान पर पहुंचा दिए हैं। अब यह दूध अलग अलग अलग क्षेत्रों में 500 रुपये से लेकर 1000 रुपये लीटर तक बिक रहा हैं । डेरी वाले 200 से 300 एमएल दूध को 400 से 500 रुपए गिलास बेच रहे हैं । इसके वाबजूद मरीजों को दूध मिलने में दिक्कत आ रही हैं ।
डेंगू के बीमार मरीज अपने ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले रिश्तेदारों से संपर्क करके दूध उपलब्ध कराने तक को भी कह रहे है। आयुर्वेद के डॉक्टरों का मानना है कि डेंगू के मरीज को बकरी का दूध पिलाने से प्लेटलेट्स में तेजी से सुधार आता है। दूसरी तरफ जिले में हालात ऐसे है कि डेंगू बुखार से पीड़ित मरीजों से देहात शहर के अस्पताल भरे पड़े है।
डॉक्टर संजय चौबे बताते है कि बकरी का दूध प्रीबायोटिक होने के साथ पचता भी जल्दी है। बकरी का दूध भी अन्य कई रोगों पर नियंत्रण पाने में भी मददगार भी साबित हो सकता हैं।
डेंगू के रोग में बकरी के दूध के साथ कीवी का फल भी काफी लाभदायक होता हैं।इससे भी प्लेटलेट्स में सुधार होता हैं। भोजीपुरा के गांव पीपलसाना के आकाश गंगवार कहते है कि डेंगू के चलते बकरी के दूध की डिमांड बड़ी हैं । जिसके चलते आमतौर पर 200 रुपये लीटर तक बिकने वाला बकरी का दूध 1000 रुपये लीटर तक बिक रहा हैं।