प्रांजल गुप्ता
यूपी के पीलीभीत के कलीनगर क्षेत्र में एक बाघ खेतों में चहलकदमी करते हुए सोमवार देर रात को एक किसान के घर में घुस गया।जब बाघ पर लोगो की नजर पड़ी तो दहशत का माहौल बन गया। वन विभाग की टीम को मामले की सूचना दी गई। बाद में मौके पर सूचना पाकर पुलिस भी पहुँच गई। दूसरी तरफ वन विभाग की टीम बाघ को पकड़ने के हरमुमकिन प्रयासों में जुट गई।वन विभाग की टीम ने बाघ को पकड़ने के लिए चारों तरफ जाल लगवा दिया।
ताजा मामला कलीनगर तहसील क्षेत्र के गांव अटकौना का है। जहां सोमवार मंगलवार की देर रात करीब 3 बजे बाघ किसान सुखविंदर सिंह के घर में घुस गया।देररात जब वह उठे तो घर की दीवार पर बैठे बाघ पर उनकी नजर पड़ गई। तो परिवार के अन्य सदस्यों में हड़कंप मच गया। इसके बाद किसान के घर में बाघ के घुसने की खबर पूरे गांव में आग की तरह फैल गई।जिससे ग्रामीणों के होश उड़ गए।
ग्रामीणों ने वन विभाग को इस मामले की सूचना दी। और मौके पर काफी संख्या में लोग एकत्र हो गए।सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुँची और सुरक्षा की दृष्टि से काफी संख्या में पुलिस बल को भी तैनात किया गया है।
बही वन विभाग की टीम ने दीवार के चारों ओर जाल लगा दिया।।
दूसरी तरफ बाघ के एक घर मे घुसने की खबर पूरे इलाके में जब आग की तरह फैली तो आसपास के ही नही शहर व ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी कारो से बाघ को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुँच गए। बाघ को पकड़ने के लिए मौके पहुँची वन विभाग की टीम को 8 घंटे बीत जाने के बाद भी वन विभाग के हाथ खाली रहे ।इससे ग्रामीणों आक्रोशित हो गए। वनविभाग भी सही मौके की तलाश में था जैसे ही वनविभाग की टीम को अपने आलाधिकारियों का निर्देश मिला उसके बाद बाघ को टीम ने ट्रेंकुलाइजर कर लिया।

डीएफओ नवीन खंडेलवाल ने बताया कि हमारी पहला प्रोटोकॉल होता है कि बाघ को लोकलाइज किया जाए , बाघ को सुबह लोकलाइज कर लिया गया था। पीलीभीत वनविभाग , माला रेंज , पीलीभीत टाइगर रिजर्व की टीम आ गई थी जैसे ही हमारे एक्सपर्ट को लगा कि टाइगर थोड़ा unsupported है और भीड़ कंट्रोल में है। इसके बाद अपने अधिकारियों से परमिशन ली फिर उसके बाद बाघ को कुछ ही देर में ट्रेंकुलाइजर कर लिया गया।
