मीरगंज। नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने पर गौला बैराज से 16507 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।हर मिनट बरेली की तरफ छोड़ा जा रहा है गोला नदी के सभी दरवाजे खोल दिए गए हैं इसके साथ ही गौला नदी से होते हुए मीरगंज इलाके तक लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए है।
कालागढ़ डैम से निकलने वाली जिले की सबसे बड़ी नदी रामगंगा में किच्छा, बहगुल और कोसी नदी मिलने के कारण बारिश में हर साल रामगंगा में उफान आता है और इसकी बाढ़ से आसपास बसे बहेड़ी मीरगंज के तीन सौ से ज्यादा गांव प्रभावित होते हैं। इस बार भी इनमें से ज्यादातर जलस्तर बढ़ा तो नदी के तटवर्ती गांव रजपुरा, मोहम्मदपुर, बरीपुरा, कस्बापुर, कमालपुर, लखीमपुर, मीरपुर, बैरमनगर, डूंगरपुर देहात, कबरा किशनपुर, नगरिया कलां और धर्मपुरा,सुल्तानपुर,बफरी अब्दुल नवीपुर,मक्डी खोए,जुन्हाई,भिटौली नगला,थानपुर पिथुपुरा और औंध गांवों को भारी संकट का सामना करना पड़ सकता है।
तहसीलदार ने धर्मपुरा वह भोलापुर में जाकर नदियों का निरीक्षण किया है। लेखपालों वह ग्रामीणों को अलर्ट कर दिया है।बरेली जिलाधिकारी को सूचित किया गया है।थाना मीरगंज को अलर्ट किया गया है नदी किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा जा है। सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता बीसी नैनवाल के अनुसार नदी लगातार खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।