बरेली। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी
मौलाना ने स्पष्ट किया कि मस्जिदें हमेशा साफ-सुथरी और वैध जमीन पर बनाई जाती हैं। इतिहास की एक-दो घटनाओं को छोड़ दिया जाए तो देश की सभी मस्जिदें शरीयत के नियमों के तहत ही तामीर हुई हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान भारत के मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं, और इस तरह की टिप्पणियों से समाज में अवांछित तनाव फैल सकता है।
उन्होंने आगे कहा कि शरीयत के मुताबिक किसी भी मस्जिद का निर्माण कब्जा, गैरमलकीय या विवादित जमीन पर नहीं हो सकता। इसलिए बयान देने से पहले शरीयत और इतिहास की जानकारी होना बेहद जरूरी है।
मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि “हर मुसलमान को अपने राजनीतिक विचार रखने का अधिकार है, लेकिन शरीयत और धर्म विरोधी बातों को हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे, चाहे वह कोई भी हो।”
