शाहजहांपुर।
उद्घाटन सत्र की मुख्य अतिथि इंदिरा राणा मगर (डिप्टी स्पीकर, नेपाल) ने भारत-नेपाल के तकनीकी सहयोग को सराहा और नवाचार को विकास की रीढ़ बताया। अध्यक्षता सुरेंद्र सुबेदी (अध्यक्ष, एमआईटी कॉलेज) ने की। डॉ. अनुराग अग्रवाल ने नवाचार के दुरुपयोग पर चिंता जताई, वहीं कीनोट स्पीकर डॉ. बीजू कुमार थपलियाल (कुलपति, पूर्वांचल विश्वविद्यालय नेपाल) ने भारत की आर्थिक प्रगति और नेपाल के पर्यटन नवाचार पर प्रकाश डाला।
भारत की ओर से प्रो. कस्तूरी श्रीनिवास (उस्मानिया विश्वविद्यालय) ने अंतरिक्ष विज्ञान में भारत की प्रगति पर चर्चा की। आयोजन का उद्देश्य शैक्षिक और तकनीकी सहयोग को मजबूत करना था, जिसे डॉ. चारु मेहरोत्रा (प्राचार्य, गोकुलदास महिला महाविद्यालय) ने स्पष्ट किया।
इस अवसर पर एस.एस. कॉलेज, एमआईटी नेपाल और न्यू दिल्ली इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के बीच एमओयू हस्ताक्षर किए गए। साथ ही शोध पत्रों की पुस्तक का विमोचन हुआ। 50 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए गए, जिनमें से चार प्रतिभागियों को बेस्ट रिसर्च पेपर प्रेजेंटर अवार्ड से सम्मानित किया गया।
समापन सत्र में डॉ. दीपक शाक्य (कुलपति, मधेश विश्वविद्यालय) ने भारत-नेपाल के गहरे सामाजिक-आर्थिक संबंधों पर बल दिया। 128 भारतीय प्रतिभागियों ने इस आयोजन में भाग लिया, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने भी सबका मन मोहा।
