बरेली। चंद्रमणि बुद्ध विहार, बरेली में रविवार 17 अगस्त 2025 को अंतर्राष्ट्रीय धम्म विनय एवं मेडिटेशन शिविर का आयोजन हुआ। इस अवसर पर थाईलैंड से आए प्रमुख भिक्षु जित्तार पोन तत्पुसकूल सहित कई भिक्षुओं का स्थानीय उपासक और उपासिकाओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया।
कार्यक्रम के दौरान बुद्ध उपासकों और भिक्षुओं के बीच पूल बनने का काम लखनऊ निवासी राजेश चंद्रा ने किया उन्होंने थाईलैंड से बौद्ध भिक्षुओं की बात को आसान शब्दों में आम लोगों के बीच पहुंचाने का काम किया।
कार्यक्रम के दौरान भिक्षुओं ने श्रद्धालुओं को त्रिशरणम, पंचशील और वंदना का पाठ कराया तथा सामूहिक ध्यान साधना कराई। मुख्य भिक्षु जित्तार पोन तत्पुसकूल ने अपने संदेश में कहा कि भगवान बुद्ध का मार्ग पूरी मानवता के लिए शांति और सद्भाव का रास्ता है।
उन्होंने कहा कि ध्यान साधना जीवन से नकारात्मक भावों को दूर करती है और मन को निर्मल बनाती है। यही साधना मनुष्य के भीतर करुणा, मैत्री और सहानुभूति को विकसित करती है।
इस मौके पर बड़ी संख्या में उपासक और उपासिकाएँ उपस्थित रहीं। सभी ने सामूहिक ध्यान साधना में हिस्सा लिया और आत्मिक शांति का अनुभव किया।अंतर्राष्ट्रीय धम्म विनय एवं मेडिटेशन शिविर का आयोजन भारतीय बौद्ध दर्शन सार सोसाइटी एवं अनुसंधान केंद्र द्वारा किया गया।
इस कार्यक्रम में भारत रत्न बोधिसत्व बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जन्मोत्सव समिति के अध्यक्ष रणवीर सिंह के साथ ठाकुर दास प्रेमी , दीन दयाल गौतम ,कपिल , मास्टर रमेश बाबू , मास्टर रामचंद्र ,सूर्य प्रताप बौद्ध, शुभम गौतम सहित तमाम समाज के लोगों का सहयोग रहा।
कार्यक्रम में थाईलैंड से पधारे विशिष्ट बौद्ध भिक्षु
भन्ते पताई गोर्न थेरो, भन्ते पैनोम पालवतानो थेरो, भन्ते सत्य पापांग कारो थेरो, भन्ते सुनून थेरो और भन्ते जित्तारपोन तत्पु सकूल विशेष रूप से मौजूद रहे।
