बरेली। कोतवाली थाना क्षेत्र के3 चौपला चौराहा पर एक तेज रफ्तार नगर निगम की कार ने ई-रिक्शा को ऐसी टक्कर मारी कि रिक्शा सड़क पर पलट गया।
हादसे में एक मासूम बच्चे समेत चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि हादसे के बाद भी मौके पर मौजूद पुलिस न केवल मूकदर्शक बनी रही, बल्कि आरोप है कि पुलिस ने कार को मौके से भगा दिया।
मामला बारादरी थाना क्षेत्र का है। बदायूं जिले के थाना बिनावर निवासी नीरज कुमार अपनी पत्नी नीलम और बेटे श्लोक के साथ बरेली के जोगी नवादा स्थित अपने ससुराल से वापस लौट रहे थे।
सोमवार सुबह चौपला चौराहा के नीचे पुल के पास जैसे ही उनका ई-रिक्शा पहुंचा, पीछे से आ रही नगर निगम से जुड़ी एक कार ने जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि रिक्शा पलट गया और उसमें सवार सभी लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों में ई-रिक्शा चालक करन, नीरज कुमार, उनकी पत्नी नीलम और मासूम बेटा श्लोक शामिल हैं। सभी को इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी खुद उठानी पड़ी। आरोप है कि हादसे के बाद मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने घायलों की कोई मदद नहीं की और उल्टा ई-रिक्शा चालक को ही डांटना शुरू कर दिया।
घायलों ने आरोप लगाया कि चूंकि टक्कर मारने वाली कार नगर निगम से संबंधित थी, इसलिए पुलिस ने कार चालक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। यही नहीं, उसे मौके से भगा दिया गया। इस लापरवाही को लेकर स्थानीय लोगों में भी नाराजगी है।पीड़ितों ने निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
