राजकुमार,
बरेली। योगी सरकार की पहल और नगर निगम और बीडीए की कोशिशों से एक बार फिर नाथनगरी की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान और मजबूत हुई है।
झुमका तिराहे पर बने भव्य स्वागत द्वार पर शनिवार को भगवान भोलेनाथ की आकर्षक मूर्ति स्थापित की गई। सावन के आगमन से पहले यह दृश्य भक्तों के लिए आस्था और आनंद का विषय बन गया है।

शनिवार दोपहर करीब साढ़े बारह बजे मथुरा-वृंदावन से लाई गई भगवान शंकर की सुंदर प्रतिमा को
कुशल कारीगरों द्वारा स्थापित कर दिया गया।यह मूर्ति सिर्फ एक धार्मिक प्रतीक नहीं, बल्कि बरेली की उस परंपरा की याद दिलाती है, जो इसे ‘नाथनगरी’ के नाम से प्रसिद्ध करती है।
बता दें कि नगर निगम एवं बीडीए के सहयोग से शहर में चारों दिशाओं में भव्य स्वागत द्वार बनाए गए हैं। इन द्वारों पर धार्मिक और सांस्कृतिक प्रतीकों को प्रमुखता दी जा रही है ताकि आने वाले श्रद्धालु और नागरिक नाथनगरी की पहचान से जुड़ाव महसूस करें।
योगी सरकार के नेतृत्व में प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने की दिशा में निरंतर कार्य हो रहा है। कांवड़ यात्रा, सावन की तैयारियाँ और अब नगर में स्थापित हो रही भगवान शंकर की मूर्तियाँ – सब मिलकर यह संदेश दे रही हैं कि नाथनगरी बरेली अपनी परंपरा को संजोने और भावी पीढ़ियों तक पहुँचाने में पीछे नहीं है।
स्थानीय लोग इस पहल से बेहद उत्साहित हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि इससे न केवल धार्मिक वातावरण बनेगा, बल्कि शहर की ऐतिहासिक और आध्यात्मिक छवि भी और प्रबल होगी।
