बरेली : नगर निगम की लापरवाही कहे या फिर वित्त की किल्लत के चलते नगर निगम अपने पार्षदों के फोन के बिल जमा नहीं कर पाया हैं। जिसके चलते एक निजी कंपनी ने पार्षदों के इनकमिंग के साथ आउटगोइंग कॉल को बंद कर दिया है। जिसके चलते बरेली के अधिकतर वार्ड के पार्षद अपने क्षेत्रवासियों की परेशानी को नहीं सुन पा रहे है। इस सम्बन्ध में पार्षद नगर आयुक्त से मिले और अपनी समस्या बताते हुए निराकरण करने की मांग की। पार्षदों का कहना है बरेली एक 80 वार्डों के सीयूजी नंबर कई दिनों से बंद है। हालांकि जानकारी यह भी है कुछ पार्षद सीयूजी नंबर को सार्वजनिक इसलिए भी नहीं करते है कि जनता सीयूजी नंबर पर कॉल करके ज्यादा परेशान करेगी। पार्षदों ने कहा जब कॉल मिलाते हैं तो कंप्यूटर बोलता है कि रिचार्ज ना होने के कारण सेवाएं बंद कर दी गई हैं। या फिर आपके नंबर को भुगतान नहीं कर पाने के कारण सस्पेंड कर दिया गया हैं वहीं अपर नगर आयुक्त ने फोन सेवाएं जल्द चालू कराने का आश्वासन दिया है |
बिल जमा नहीं करने पर पार्षदों के मोबाइल सस्पेंड
बरेली नगर निगम में 80 वार्ड हैं। यहां नगर निगम के पार्षदों के 87 सीयूजी मोबाइल अचानक ही बंद हो गए। जब पार्षद किसी को कॉल मिलाते हैं तो कंप्यूटर बोलता है कि रिचार्ज ना होने के कारण सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। सूत्र यह भी बताते है नगर निगम की वित्तीय हालात सही नहीं चलने के कारण पार्षदों के सरकारी नंबरों का बिल जमा नहीं हो पाए है। जल्द निगम अपने पार्षदों के बिल जमा करेगा। एक पार्षद ने बताया कि नगर निगम ने पार्षदों कोर जियो कंपनी की सिम दी गई है। यह सीयूजी नंबर है नगर निगम के 3 पार्षदों ने सीयूजी नंबर नहीं लिया था, बाकी 87 पार्षदों ने सीयूजी नंबर लिया था। जिनका बिल जमा ना होने के कारण सीयूजी नंबर बंद हो गया है। पार्षदों के सीयूजी नंबर बंद होने से पार्षदों को कॉल करने में दिक्कत हो रही है।
नगर निगम के अपर नगर आयुक्त अजीत सिंह ने जानकारी देते हुए मीडिया को बताया कि उनके पास पास पार्षद आए थे और उन्होंने अपनी समस्या बताई। नगर निगम से मिले हुए सीयूजी नंबर अचानक बंद हो गए हैं उनके पास अभी फाइल नहीं आई है। सीएम जिओ कंपनी का है। कंपनी ने नगर निगम के पास बिल नहीं भेजा है। .कंपनी से इस सम्बन्ध में बात हो गई है। जल्द कंपनी बिल भेजेगी उसके बाद तुरंत भुगतान करके सभी पार्षदों के नम्बरों को शुरू करा दिया जाएगा। वार्ड सैदपुर हॉकिंस के पार्षद दीपक सक्सेना ने बताया कि वह भी नगर निगम का दिया गया सीओजी नंबर इस्तेमाल करते है। लेकिन कुछ दिनों ने निजी कंपनी ने उनके मोबाइल की सर्विस सस्पेंड कर दी गई है।