बरेली : श्री पंच अग्नि अखाड़ा के बैनर तले होने वाले यज्ञ महोत्सव के सम्बन्ध में महंत अजयानन्द ने बताया कि 51 कुण्डीय महायज्ञ का मुख्य कारण कोरोना जैसी भयंकर बीमारियों से हमारे समाज को सुरक्षित रखना है एवं कोरोना बीमारी के चलते दिवंगत हुई आत्माओं की शान्ति हेतु इस यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। भविष्य में वातावरण शुद्ध हो और इस तरह की कोई भी महामारी समाज को प्रभावित न कर सके ।
समिति के जनसम्पर्क प्रभारी ठाकुर राहुल सिंह ने बताया कि 51 कुण्डीय महायज्ञ आयोजन दिन में श्री पंच अरिंग अखाड़े के सभापति श्री मुक्तानन्द बापू जी मुख्य अतिधि के रूप में पधार रहे हैं एवं वन मंत्री अरूण कुमार सक्सेना जी कलश यात्रा को झण्डी दिखाकर रवाना करेंगे। यज्ञ को सपन्न कराने के लिए यूपी सहित कई राज्यों से साधु संत आएंगे। साधु संतों देरशाम या सुबह तक आने उम्मीद है।
व्यवस्थापक पंकज पाठक ने बताया कि कलाश यात्रा शुभारम्भ 29 अक्टूबर सुबह 10.00 बजे धर्मकांटा काली मन्दिर, गाला ग्लैक्सी के सामने से होगा , जिसमें 551 महिलाएं कलश लेकर चलेंगी। कलश यात्रा गंगापुर चौराहा, मजदूर अड्डा, आलमगिरी गंज, कुतुबखाना, कोहड़ापीर, प्रेम सूद कांटा से टीबरी नाथ मन्दिर होते हुये यज्ञ स्थल मनोहर भूषण इण्ट कॉलेज में विश्राम करेगी।