राजकुमार,
फतेहगंज पश्चिमी। गांव अगरास में बीती देर रात धार्मिक स्थल की दीवार तोड़ने और पूजा कर रहे ग्रामीण को पीटने पर दोनों समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए। आला अफसरों ने रात में ही टूटी दीवार बनवाकर आक्रोशित लोगों को बमुश्किल शांत किया। पुलिस ने मंगलवार को दोनों नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें एक हिस्ट्रीशीटर है।
जानकारी के मुताबिक गांव अगरास के बाहर पूर्व दिशा में पीपल के वृक्ष के पास पुराना धार्मिक स्थल है। सोमवार रात करीब आठ बजे गांव के दीपचंद्र इस स्थल पर पूजा कर रहे थे। पास में ही फसल की रखवाली कर रहा दूसरे समुदाय का दन्ने अंसारी और उसका बेटा सादिक अंसारी दीपचंद्र को पूजा करते देख गाली-गलौज करने लगे।
दीपचंद्र ने गालियां बकने से मना किया तो दोनों बाप-बेटा आगबबूला हो उठे और दीपचंद्र को डंडे से पीटकर घायल कर दिया।
दोनों के बुलाने पर उनके समुदाय के अन्य लोग भी पहुंच गए। आरोप है कि सभी ने एकराय होकर धार्मिक स्थल की दीवार भी ढहा दी। पीड़ित ने गांव जाकर बताया तो दोनों समुदाय आमने-सामने आ गए।पीड़ित पक्ष की सूचना पर कार्यवाहक थाना प्रभारी ब्रहमपाल सिंह मय फोर्स मौके पर पहुंच गए। पुलिस को देखकर आरोपी फरार हो गए। कुछ ही देर में एएसपी, एसपी ग्रामीण मुकेश मिश्रा, सीओ हाइवे नितिन कुमार भी आ गए। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के आश्वासन पर लोग शांत हो गए। एएसपी के आदेश पर थाना पुलिस ने धार्मिक स्थल की टूटी दीवार रात में ही बनवाकर उत्तेजित लोगों को शांत किया। फिलहाल गांव के दोनों समुदायों के बीच तनाव भरी शांति है।
अधिकारियों ने एहतियातन गांव में और धार्मिक स्थल पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर दोनों नामजद बाप-बेटे दन्ने अंसारी और सादिक अंसारी को अगरास तिराहे से आईपीसी की धारा 323, 504, 506, 295, 153ए के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। दन्ने हिस्ट्री शीटर बदमाश है। सीओ हाइवे नितिन कुमार ने बताया कि शराब के नशे में फसल की रखवाली कर रहे दोनों समुदायों के दो लोगों के बीच झगड़ा हो गया था। दीपचंद्र की आंख के ऊपर चोट आई है।आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद अब गाँव में शांति है।