फतेहगंज पूर्वी ।साहब मेरे पति ने मुझे व मेरे बच्चो को मारपीट कर घर से निकाल दिया। मेरे बच्चों पर व मुझ पर तन ढकने को कपड़े भी नहीं है। साहब मेरी मदद कर दो यह कहना था एक बिहार प्रांत की रहने वाली एक महिला का। महिला देर शाम थाने पर फरियाद लेकर थाने पर पहुंची थी। महिला व बच्चों की हालत देख कर एक सिपाही की आखें भर आईं तो सिपाही ने महिला व बच्चों को कपड़े खरीद कर दिए तथा भरपेट भोजन खिलाया। अब महिला को पुलिस उसके घर बिहार प्रांत भेजने की व्यवस्था में जुटी है।
आज देर शाम बिहार प्रांत के मैगलगंज जनपद की रहने वाली शांति देवी अपने दो बच्चों के साथ आने पर पहुंची। थाने पर हमराह ड्यूटी कर रहे सिपाही प्रदीप कुमार से महिला ने रोते हुए अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा साहब मेरा पति मुझे व बच्चों को शराब पीकर मारता पीटता था. जिससे वह एक ट्रेन पर सवार होकर यहां पहुंच गई। महिला के बच्चे निर्वस्त्र थे तथा वह फटी पुरानी साड़ी पहनी थी पैरों में चप्पल भी नहीं थी। महिला की आपबीती सुन व उसके हालात देख सिपाही का मन पसीज गया उसकी आंखें नम हो गई। सिपाही प्रदीप ने महिला से सबसे पहले खाने की पूछी तो वह बोली दो दिन से भूखी हूं बच्चों ने भी कुछ नहीं खाया है जिस पर सिपाही ने महिला को पहले खाना खिलाया उसके बाद दोनों बच्चों को नए कपड़े व महिला को साड़ी खरीद कर ला कर दी जिसे पहनने के बाद महिला खुश हो गई। इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह ने बताया महिला को उसके घर भेजने की व्यवस्था कराई जा रही है। खाकी का यह रूप देख लोगों ने सिपाही प्रदीप की सराहना की।