शीशगढ़ (बरेली )। बीते दिनों थाना क्षेत्र के एक गाँव निवासी युवती ने गाँव बंजरिया निवासी पत्रकार के खिलाफ छेड़छाड़ और मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया था।मुकदमे की जानकारी होने पर पत्रकार ने गत दिनों आई रेंज और कप्तान को लिखित शिकायत देकर लिखें गए मुकदमे को झूठा बताकर न्याय की गुहार लगाई।मामले में कोई सुनवाई न होने पर अब पीड़ित ने डीजीपी मुख्यालय लखनऊ से मिलकर मामले की निष्पक्ष जाँच कराकर न्याय की गुहार लगाई है।
पत्रकार सोनपाल सिंह ने बताया कि गत 23 मई को गाँव बंजरिया में काली माता मन्दिर पर भंडारा चल रहा था।वहीं भंडारे में गाँव का ही पंकज सिंह पहुंचा था।जिससे उनकी रंजिश चल रही है।पंकज सिंह ने उनके खेत में खड़े यूकेलिप्टिस के पेंडो में आग लगा दी थी।जिसका मुकदमा उन्होंने पंकज सिंह के खिलाफ थाने में दर्ज कराया था।इसी रंजिश में पंकज सिंह ने गाँव ढकिया ठाकुरान निवासी अपनी बहन और भांजी को उकसा कर उसके साथ झगड़ा कर मारपीट कराई थी।झगड़े के समय भंडारे में पुलिस,मन्दिर के महंत के अलावा ग्रामीण मौजूद थे।पीड़ित ने मारपीट की शिकायत शीशगढ़ थाना पुलिस से की थी।मगर पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर तुरंत मुकदमा न लिखकर दूसरे दिन मारपीट का मुकदमा पूनम और उसकी दो बेटी रंजना और संजना के खिलाफ लिखा।
उधर मारपीट करने वाली युवती की तरफ से पुलिस ने पत्रकार के खिलाफ छेड़छाड़ और मारपीट का मुकदमा लिखा।जिसको झूठा बताते हुए गतदिनों सोनपाल ने आई जी रेंज और कप्तान से शिकायत कर निष्पक्ष जाँच की माँग की थी।मामले में कोई सुनवाई न होने पर अब पीड़ित ने लखनऊ डी जी पी मुख्यालय जाकर निष्पक्ष जाँच कराके न्याय की गुहार लगाई है।
पीड़ित पत्रकार का यह भी आरोप है कि क्षेत्र में होने वाली गोकशी की घटनाओ की सूचना सम्बंधित संगठन को देने पर पुलिस उससे नाराज थी ।इसीलिए पुलिस ने उसके खिलाफ झूठे मुकदमे को तुरन्त लिख लिया।