बरेली। सांसद संतोष गंगवार की टिकट की देरी उनके समर्थकों को भारी पड़ रही है। समर्थक पिछले दो दिनों से कभी दिल्ली और लखनऊ में बैठे अपने लोगो से टिकट के बारे में जानकारी जुटाने में लगे हुए है। समर्थकों के पास इंतजार करने के सिवाय कोई विकल्प नहीं है। हालांकि उनके समर्थकों का कहना है कि टिकट को लेकर लखनऊ में तो हां है पर दिल्ली में पार्टी हाईकमान के निर्णय आना बाकी है। कयास तो इस लगाए जा रहे कि टिकट की देरी इस बात की ओर संकेत कर रहे है कि संतोष गंगवार की सीट पर उनके ही सजातीय उम्मीदवार चुनाव लड़ेगा।
पार्टी से जुड़े नेताओं का कहना है कि टिकट पार निर्णय तो दिल्ली हाईकमान लेगा पर संतोष जी टिकट देर सवेर हो ही जायेगा। वही संतोष गंगवार के एक करीबी नेता का कहना है कि लखनऊ से तो संतोष जी को हरी झंडी मिल गई है अब गेंद शीर्ष नेतृत्व के पाले में है।आम शहरी भी संतोष गंगवार के टिकट पर चर्चा कर रहा है और पूछ रहा है कि अभी तक संतोष गंगवार का टिकट नहीं हुआ तो कुछ यह भी मानने लगे है संतोष जी के टिकट में उनकी उम्र और उनके कार्यकाल में हुए काम में उनकेलिए रोड़ा बन रही है। यह कारण है उनको टिकट देने में हाईकमान विचार कर रहा है।
संतोष गंगवार बरेली से 8 बार के सांसद
बरेली सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री बरेली लोकसभा सीट से 8 बार सांसद बन चुके है। और वह एक बार पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण सिंह से चुनाव लड़ चुके है। अगर भाजपा पार्टी हाईकमान उन्हें चुनाव लड़ने का मौका देती तो उनका लोकसभा के लिए यह 10 वां चुनाव होगा। हालांकि उनके कार्यकाल में जिले में कोई बड़ी फैक्ट्री तो नहीं लगी पर वह हिंदुत्व के नाम पर और भगवा लहर में चुनाव जीतते रहे। उनके जानने वाले कहते है कि वह अति सरल स्वाभाव होने की वजह से हर किसी जीत लेते है। यही बात है जो संतोष गंगवार के चुनाव को आसान बनाती है और वह विजयी हो जाते है।