बरेली। आज आई एम ए हाल में बसपा संस्थापक कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर श्रृद्धांजलि सभा आयोजित की गई, सभा में मुख्य अतिथि बाबा साहब अम्बेडकर वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मिठाई लाल भारती रहे ,अध्यक्षता जिला अध्यक्ष शिवचरण कश्यप और संचालन सुरेंद्र सोनकर ने किया।
कांशीराम को याद करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष मिठाई लाल भारती ने अपना संबोधन कांशीराम द्वारा दिए गए नारो के साथ किया “कर गए जग में ऐसा काम, अमर रहेंगे कांशीराम”, काशी तेरी नेक कमाई, तूने सोती कौम जगाई।उन्होंने कहा की जब पुणे में डीआरडीओ में नौकरी कर रहे थे वहां के निदेशक ने बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर जयंती और बुद्ध पूर्णिमा की छुट्टी खत्म कर दी और बाबा साहब को अपशब्द बोला तो नौकरी छोड़ दी।
डॉ भीम राव अंबेडकर द्वारा लिखित किताब इन्हिविलेशन ऑफ कास्ट जाति विच्छेद किताब पढ़कर बहुजन समाज को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए संघर्ष किया कर डीएस4 का गठन कर नारा दिया “वोट हमारा राज तुम्हारा नही चलेगा”, “वोट से बनेंगे पीएम सीएम आरक्षण से बनेंगे एसपी डीएम”।उन्होंने कहा कि कांशीराम ने अपने संघर्ष से जो रास्ता दिखाया उसी रास्ते पर चलकर बाबा साहब अंबेडकर और लोहिया जी के आंदोलन को आगे बढ़ाने का काम पीडीए को साथ लेकर आज अखिलेश यादव कर रहे है।
उन्होंने आगे बोलते हुए कहा जो संविधान को बदलने की बात कर रहे थे वो पीडीए की ताकत से श्रीराम की नगरी अयोध्या में हार गए।
उन्होंने आरक्षण पर बात करते हुए कहा की पीडीए के लोग आर्थिक आधार पर आरक्षण कभी स्वीकार नहीं करेंगे, जब देश में अपमान छुआ-छूत जाति के आधार पर तो आरक्षण आर्थिक आधार पर क्यों,उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी संविधान को खत्म करना चाहती है इसलिए पीडीए के लोगो आपसे अपील करने आया हूं,एक हो जाओ और आरक्षण और संविधान विरोधी भाजपा को 2027 में यूपी से बाहर का रास्ता दिखा दो।
मान्यवर काशीराम जी को याद करते हुए जिला अध्यक्ष जी ने कहा मान्यवर कांशीराम जी ने बहुजनो के शोषण और अत्याचार के खिलाफ डी एस-4 की स्थापना की जिसका उद्देश्य दलित पिछड़े वंचित वर्ग को सामाजिक न्याय एवम राजनीतिक हिस्सेदारी दिलाना था। उनका नारा था जिसकी जितनी हिस्सेदारी उसकी उतनी भागीदारी। 1993 में जब समाजवादी और अंबेडकरवादी माननीय नेताजी मुलायम सिंह यादव और काशीराम जी की सूझबूझ से मिले तो भारतीय जनता पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा था।
महानगर अध्यक्ष समीम खां सुल्तानी जी ने कहा मान्यवर काशीराम जी ने 1971 में अखिल भारतीय पिछड़ा और अल्पसंख्यक समुदायों कर्मचारी महासंघ बामसेफ की स्थापना की जिसका उद्देश्य अनुसूचित जातियों अनुसूचित जनजातियों अन्य वर्गों और अल्पसंख्यकों के शिक्षित सदस्यों को अंबेडकरवादी सिद्धांतों का समर्थन करने के लिए राजी करना था।
सभा में में मुख्य रूप से पूर्व विधायक विजय पाल सिंह,मोर सिंह जाटव,सुरेंद्र सोनकर,रणवीर सिंह,जितेंद्र मुंडे,राजेंद्र पाल,राजेश मौर्य,बृजेश श्रीवास्तव सविता, नदीम अली,आदेश यादव गुड्डू,स्मिता यादव,भारती चौहान,बृजेश आजाद, जितेंद्र मुंडे,चंद्र सेन सागर, राजपाल कठेरिया, सुनील सागर, रामवीर दिवाकर, हिमांशु सोनकर,संजय वर्मा, अनुज मौर्य, हरिओम प्रजापति छेदा लाल दिवाकर, रेनू सागर, नीरज वाल्मीकि,वीना गौतम, शशि चंद्रा,ममता सागर, इंजीनियर चंद्र प्रकाश और विलास बाबू रंजन चौधरी,राजेंद्र चौधरी, महेश चंद्र मुख्य रूप से मौजूद रहे।
पंडित दीपक शर्मा
महानगर महासचिव सपा, बरेली