प्रदीप कुमार
आंवला। बालाजी हनुमत विग्रह धाम ग्राम ढिलवारी में चल रही नव दिवसीय श्रीराम कथा के तृतीय दिवस में भगवान राम के मर्यादा एवं सरल सच्चरित्र का वर्णन किया। कथा व्यास स्वामी अमृतदास खाकी महाराज ने कहा भगवान राम की कथा हमारे समाज को अनुशासन और प्रेम तथा सदभाव का संदेश देती है। जिन घरों में भगवान श्रीराम एवं श्रीकृष्ण सहित हमारे देवी देवताओं एवं महापुरुषों की कथाओं का गुणगान होता है उन परिवारों में हमेशा सुख शांति बरसती है।
राम लक्ष्मण भरत शत्रु जैसे भाई से हमें सभी गुण सीखना चाहिए और जिस तरह भरत ने अपने चरित्र आचरण और सादगी के साथ राज्य चलाया और प्रजा को सब कुछ दिया उससे हमे सीख लेने की जरूरत है।भरत ने बड़े भाई भगवान श्रीराम की चरणपादुका को चौदह वर्षों तक उनकी पूजा अर्चना उनका दास बनकर अयोध्या की प्रजा की सेवा की।
कथा वाचक ने बताया कि यदि हमारे समाज के लोग श्रीराम चरित मानस का अनुकरण करते हुए जीवन निर्वाह करने की कला सीख ले तो समाज की सभी प्रकार की समस्याओं का निस्तारण अपने आप हो जाएगा। यज्ञाचार्य विकास उपाध्याय शास्त्री एवं वैदिक उमंग दीक्षित अर्प