यूपी के बरेली में एक दर्दनाक घटना को देखने को मिली है जहां एक विवाहिता को शादी के 9 साल बाद बच्चे ना होने पर जला कर मार डाला और फरार हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। विवाहिता के परिजनों का कहना है कि महिला का पति शादी के बाद से उसे प्रताड़ित किया करता था पर उनकी बेटी हर बात को बताने की जगह टाल दिया करती थी।
बीते दिन मंगलवार को 12 बजे रूबी को उसके पति सहित ससुरालजनों ने बच्चे ना होने के चलते जला कर मार डाला और फरार हो गए। हालांकि परिजनों के बयान में विरोधाभास भी प्रतीत होता है बताया जाता है कि महिला को 70 प्रतिशत जलने पर लड़के के परिजनों ने भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान मौत हो गई।विवाहिता के चाचा राजेश्वर सिंह ने आरोप लगाया कि उन्होंने अपनी भतीजी की शादी 5 जून 2015 को बरेली के बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र के गांव बेनीपुर में रितेश पुत्र राकेश सिंह से की थी। उनकी भतीजी रूबी की शादी के 9 साल तक कोई संतान नहीं हुई इस बीच उसके पति सहित अन्य ससु रालजन ताने देने लगे और बांझ कहकर भी ताने मारने लगे । बीते मंगलवार को रूबी की जलाकर हत्या कर दी गई।
बिथरी चैनपुर पुलिस ने बताया कि विवाहिता के परिजनों की शिकायत पर चार लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
दहेज के दानव से कब मिलेगी मुक्ति
दहेज के बारे में रामायण में उल्लेख मिलता है। इसका मतलब यह हुआ दहेज की परंपरा हमारे यहां हजारों वर्ष पुरानी है। कहा जाता है कि तब दहेज वेटियों के इसलिए दिया जाता था कि नवविवाहित कुछ दिनों तक आरामदायक जीवन विता सके और उन्हें अपनी गृहस्थी के बारे में चिंता नहीं रहे। लेकिन अब यह दहेज समाज में स्टेटस का प्रतीक बन गया यही वजह है वेटियां दहेज के लिए आज भी जलाई जा रही है।