राजकुमार,
बरेली। फतेहगंज पश्चिमी का अंसारी मोहल्ला एक बार फिर चर्चा में है। इस बार पुलिस ने कल्लू डॉन के भाई जाकिर हुसैन को स्मैक बेचते हुए गिरफ्तार किया है। जाकिर के पास से पुलिस ने 16 ग्राम स्मैक भी बरामद की है। हालांकि बरेली पुलिस लगातार पिछले दो वर्षों से जिले में स्मैक तस्करों के लिए मुसीबत साबित हुई है । पुलिस ने लाखों करोड़ों रुपये की संपत्तियों पर बुल्डोजर चलवाने के साथ तस्करों के बैंक अकाउंट को भी सीज कराया।
लेकिन फतेहगंज के तस्करों के मनोबल को पुलिस तोड़ नहीं पाई । यही वजह है हाल में उत्तराखंड और बरेली के आसपास पकड़े गए अधिकतर स्मैक तस्कर फतेहगंज से ताल्लुक रखते है। कल्लू डॉन जेल में है ऐसे में पुलिस के सामने जानना यह टेढ़ी खीर है आखिर कौन इस काम को बढ़ावा दे रहा है।
बहेड़ी में कल्लू भाई जाकिर ऐसे आया पकड़ में ,
बहेड़ी में वाहन चेकिंग करते पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि मंडी समिति के पास एक व्यक्ति स्मैक की पुड़िया बनाकर उनकी बिक्री कर रहा है। सूचना पर पहुंचे चौकी इंचार्ज संजीव कुमार ने अपनी टीम की मदद से घेराबंदी कर मंडी गेट के निकट आरोपी को पकड़ लिया। तलाशी में आरोपी के पास से 16 ग्राम स्मैक बरामद की गई। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम फतेहगंज पश्चिमी के मोहल्ला सराय बार्ड11 का निवासी बताया।
ज्यादा पैसे कमाने के चक्कर में बन रहे तस्कर
फतेहगंज पश्चिमी में तस्करी के काम के बारे में कहा जाता है कि यहाँ तस्करी से जुड़ा काम की यह वजह है कि यहां के कुछ युवा कम समय मे ज्यादा पैसा कमाने की इच्छा रखते है जिसके चलते वह लोग गलत लोगों के संपर्क में आ जाते है और पकड़े जाने पर उनका भविष्य खराब हो जाता है।
कल्लू डॉन की पत्नी है चेयरपर्सन
फतेहगंज पश्चिमी में जिला पंचायत चुनाव से पहले कल्लू डॉन की पुलिस ने गिरफ्तारी की थी। इस गिरफ्तारी से कल्लू के परिवार को बड़ा राजनीतिक फायदा यह हुआ कि फतेहगंज के लोगों को कल्लू की पत्नी इमराना को जनता की सहानुभूति मिल गई और वह अच्छे वोटों से जीतकर फतेहगंज की जिला पंचायत अध्यक्ष बन गई।