बहेड़ी। रिछा के पत्रकार डॉ कलीम अहमद का इंतक़ाल हो गया। वह कुछ समय से अस्वस्थ्य चल रहे है। उनके इंतक़ाल पर लोगों ने रंजो गम का इज़हार किया है।रिछा के रहने वाले डॉ कलीम काफी समय से अखबार से जुड़े थे। कुछ समय से वह सरकारी अस्पताल में आयुष चिकित्सक की हैसियत से सेवाएं दे रहे थे। वर्तमान में उनकी तैनाती रिछा सीएचसी में थी और वह परिवार सहित बरेली में रह रहे थे। उन्होंने बरेली के मकान में अंतिम सांस की।
उनका शव दोपहर को बरेली से पैतृक घर रिछा लाया गया। उनके इंतक़ाल की खबर लगते ही तमाम सियासी दलों,समाजसेवियों, डॉक्टर्स और अस्पताल के स्टाफ के लोगों और पत्रकार जगत में शोक की लहर दौड़ गई तमाम लोगों ने उनके घर पहुंचकर दुख व्यक्त किया। जुमे की नमाज के बाद उनको रिछा के कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक कर दिया गया उनके जनाजे में तमाम सियासी और गैर सियासी लोग शामिल रहे। वह अपने पीछे पत्नी और बच्चों को रोटा बिलखता छोड़ गए। उनके इंतक़ाल पर पत्रकार मो0 शुएब, मुमताज अली, अबदुल वाजिद, इरफ़ान मुनीम,सीताराम राठौर, हसीब रज़वी, हिंमांशु पांडेय,इरफान उल्ला, परशुराम, सीता राम दुबे आदि ने रंजोगम का इज़हार किया है।