-अक्षय तृतीया के चौघड़िया मुहूर्त-
अक्षय तृतीया का मान शनिवार प्रातः 7:48 से रविवार प्रातः 7:46 तक
शुभ का चौघड़िया प्रातः 7:19 से 8:56 तक
चर लाभ अमृत का चौघड़िया मध्यान्ह 12:11 से शाम 5:03 तक।
लाभ का चौघड़िया शाम 6:40 से रात्रि 8:03 तक।

इन चीजों को करे दान और ऐसे करें पूजा
अक्षय तृतीया के दिन गंगा स्नान -दान, तर्पण करने की परंपरा है। इस दिन सुबह लक्ष्मी-नारायण की पूजा और जल से भरा कलश, पादुका, छाता, पंखा दान करने से कभी न खत्म होने वाला फल प्राप्त होता है। आखा तीज पर दो कलश का दान महत्वपूर्ण होता है। इसमें एक कलश पितरों का दूसरा कलश भगवान विष्णु का माना गया है। पितरों वाले कलश को जल से भरकर काले तिल, चंदन और सफेद फूल डालें. वहीं, भगवान विष्णु वाले कलश में जल भरकर जौ, पीला फूल, पीला चंदन और पंचामृत डालकर उस पर फल रखें। परिवार में सुख-समृद्धि भी बनी रहती है. मां लक्ष्मी और पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस दुनिया के पूजन जप करने से सभी ग्रह दोष दूर हो जाते हैं और सकारात्मक ऊर्जा का आगमन शुरू हो जाता है।