बरेली – भुता में फराह ने राम के साथ थाने के सामने बने श्री अयोध्या धाम मंदिर में जाकर अपने प्रेमी के साथ सात जन्मों के साथ रहने के लिए अग्नि के सामने फेरे भी ले लिए । शादी के बाद फराह ने नाम जानकी रख लिया। जानकी ने मायके वालों से जान का खतरा जताते हुए भुता थाने में शिकायत कर सुरक्षा की गुहार भी लगाई। राम ने बताया जानकी से उसकी मुलाकात एक निजी स्कूल में हुई थी । इसके बाद दोनों में बातचीत शुरू हो गई और बात शादी तक जा पहुंची ।
बताया यह भी जा रहा है कि जानकी के लिए पूरनपुर से रिश्ता आया था जिसे जानकी ने मना कर दिया। घरवाले परेशान कर रहे थे। तीन दिन पहले उसकी मां, मामा ने कमरे में बंद कर पीटा और गला दबाया। जानकी परिवार वालों से तंग आकर शनिवार सुबह प्रेमी राम के पास पहुंची और शादी की इच्छा जताई। दोनों ने थाने के सामने मंदिर में शादी रचा ली। इस दौरान थाने की पुलिस मौजूद रही। इसके बाद जानकी ने परिवार वालों से जान का खतरा जताते हुए थाने में तहरीर देकर सुरक्षा की मांग की।