बरेली। कम समय में ऊंची बुलंदियां छूने वाले खुसरों कॉलेज के प्रबंधक एवं भाजपा नेता शेरअली जाफरी को उनके बेटे फिरोज अली जाफरी को फर्जी डिग्री देने और छात्रों के साथ धोखाधड़ी के मामले में एसआईटी की टीम ने पिता पुत्र को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। दरसल मामले के खुलासे के लिए एसएसपी अनुराग आर्य के निर्देश पर बनी एसआईटी की टीम ने सीबीगंज थाना क्षेत्र से शेर अली जाफरी और उसके बेटे फिरोज अली को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक छात्रों को फर्जी डिग्री देने के पूरे मामले में आरोपी शेर अली जाफरी का सीधा सीधा हाथ था।
शेर अली जाफरी ने पिछले चार सेशन के 379 छात्रों से धोखाधड़ी करके जाफरी टीम ने 3.5 करोड़ रुपये की अवैध उगाही की थी। इस काम में विजय शर्मा की खास भूमिका थी था। हालांकि मामले ने जैसे ही तूल पकड़ा तो शेर अली जाफरी ने पूरी घटना के लिए विजय शर्मा जिम्मेदार बताया इस समय विजय शर्मा बरेली पुलिस की पकड़ से बाहर है। बरेली पुलिस के मुताबिक खुसरों कॉलेज द्वारा जो फर्जी डिग्री दी गई थी उसमें साइन खुसरों प्रबंधक शेर अली जाफरी के थे। देश की ऐसी 8 यूनिवर्सिटी की मार्कसीट फ़ोटो शॉप से बनाकर दी गई जिसमें कई यूनिवर्सिटी अब अस्तित्व में नहीं है।
छात्रों का संघर्ष आया काम
सीबीगंज थाना क्षेत्रान्तर्गत सनैया रानी स्थित खुसरो कॉलेज के प्रबन्धन द्वारा करीब 379 छात्रों को खुसरों कॉलेज में प्रवेश देकर लगभग 3 करोड़ 69 लाख रूपये फीस वसूल कर डी० फार्मा की फर्जी डिग्री देकर छात्रों के साथ धोखाधड़ी की गयी थी । जिसकी जानकारी छात्रों को कॉलेज से जारी की डी० फार्मा डिग्री के आधार पर लाईसेंस प्राप्त करने एवं नौकरी के लिए आवेदन करने पर हुई कि उनकी डिग्री फर्जी है। छात्रों की संयुक्त तहरीर के आधार पर दिनांक 24 अगस्त को थाना सीबीगंज पर धारा 420/467/468/471/506 के तहत शेर अली जाफरी निवासी खुसरो कालेज थाना सीबीगंज बरेली व अन्य के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया। इसके बाद प्रकरण में सीबीगंज थाने पर अन्य मुकदमें भी पंजीकृत हुए हैं। हालांकि मुकदमा दर्ज कराने के लिये छात्रों को काफी संघर्ष करना पड़ा था।
एसआईटी की जांच में यह हुआ खुलासा
एसआईटी की टीम ने प्रकरण की जांच की गयी तो प्रकाश में आया कि खुसरो कॉलेज के प्रबन्धन द्वारा छात्रों को उड़ीसा स्टेट, हिमाचल प्रदेश, मदरहुड विश्वविद्यालय रुड़की, उत्तराखण्ड तथा छत्रपति शिवाजी साहू महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर के नाम से डी०फार्मा की फर्जी डिग्रियां देकर छात्रों के साथ करोड़ों रूपये की धोखाधड़ी करके अर्जित धन से करोड़ों रूपये की प्रोपर्टी बना ली गयी ।
सीबीगंज से अभियुक्तों की हुई गिरफ्तारी
खुसरों के प्रबंधक शेर अली जाफरी पुत्र मेहंदी अली एवं उनके पुत्र फिरोज अली जाफरी पुत्र शेर अली जाफरी निवासीगण मकान नं० आई 95 मोहल्ला शास्त्री नगर खान मार्केट थाना इज्जतनगर जिला बरेली को खुसरो कॉलेज सनैया रानी थाना सीबीगंज बरेली से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से छात्रों का एक प्रवेश रजिस्टर, फीस बुकलेट, डा० विजय शर्मा को दिये गये पैसे का रजिस्टर, बैंक स्टेटमेंट आदि बरामद किया गया है। गिरफ्तारशुदा अभियुक्तों को मा० न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।
आप बेटे मिलकर खेल रहे थे बच्चों के भविष्य से
प्रकरण में गिरफ्तार किये गये अभियुक्त शेर अली जाफरी ने बताया कि छात्रों से डी. फार्मा की फीस अपने द्वारा छपवाये गये खुसरो इन्स्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइन्स एन्ड टेक्नोलोजी तथा खुसरो पैरा मेडिकल कॉलिज की रसीद पर इन्सटॉलमेंट लेते थे । और पेटीएम एवं अकाउंट में भी पैसे डलवाते थे, । वह और उनका बेटा फिरोज अली जाफरी ,डॉ० विजय शर्मा द्वारा अपने स्कूल में डी. फार्मा में छात्रों का प्रवेश लेकर प्रत्येक छात्र से 2,30,000/- रूपये लेते थे। छात्र जब पढ़ने आते थे तो उनसे बहाना करके बताया जाता था कि अभी क्लास नहीं चल रही है बाद में आना। बच्चों द्वारा जब परीक्षा के संबंध में पूछा गया तो हम लोग कह देते थे कि तुम परीक्षा की चिन्ता मत करो हम पास करा देगें। डिग्री देते समय वह और उनका बेटा बेटा फिरोज अली जाफरी ,डा० विजय शर्मा अपने डिग्री कालेज में ही स्वयं द्वारा कूटरचित प्रमाण पत्र व अंक पत्र तैयार कर छात्रों को दे दिया करते थे।
एसपी ग्रामीण ने कहा फोटोशॉप से डिज़ाइन होती थी डिग्रियां
एसपी ग्रामीण मानुष पारीक ने बताया कि आरोपी फोटोशॉप द्वारा फर्जी डिग्रियां बनाते थे। इस काम से इन लोगों ने 3.5 करोड़ रुपया अवैध रूप से कमाया था। आज दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करके कोर्ट के सामने पेश किया जा रहा है। आगे माननीय कोर्ट के आदेश पर अग्रिम कार्रवाही की जाएगी।