बरेली के डीएफओ कार्यालय पर किसान भारतीय किसान यूनियन( भानु )के राष्ट्रीय महासचिव शोयव इजहार खान के अगुवाई में किसान अपनी मांगों के समर्थन में अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ गए। किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मान ली जाती है। तब तक वह धरने स्थल पर अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे ।
किसानों का आरोप है कि प्लांटेशन गढ्ढा खुदाई झाड़ी सफाई नर्सरी का पालन पोषण सुरक्षा खाई दफ्तर बिल्डिंग की मरम्मत के लिए हर वर्ष पूरे जोन में कई करोड़ रुपए प्रत्येक वर्ष आता है लेकिन संबंधित कर्मचारी जंगल में फर्जी झाड़ी, सफाई , सुरक्षा के नाम पर 20 प्रतिशत ही खर्च करते है।बाकी फर्जी अपनी मनमर्जी फर्जी बिल बनाकर और अपने चाहे तो के नाम पैसा डालकर निकाल लेते हैं ।रामपुर के पिपली वन में 50 सागवान के पेड़ अभी हाल में ही काटे गए हैं। एक दरोगा एवं उसके साथी लकड़ी माफियाओं से मिलकर जंगल को नुकसान पहुंचा रहे हैं ।जंगल के चारों तरफ जमीन पर भी कब्जा करवा रहे हैं। सरकारी जमीन पर दारू की भट्टियां चल रही है।
पीपली वन में खैर ,सागौन ,शीशम आदि कीमती पेड़ों को काटा जा रहा है । उनकी मांग है कि वनविभाग के चार अधिकारियों की कमेटी बनाकर भारतीय किसान यूनियन के चार पदाधिकारी को लेकर जांच की जाए । किसान यूनियन के नेता शोयव इजहार खान ने बताया कि रामपुर के पिपली जंगल से कीमती चंदन , सागवान के पेड़ों सहित कई अन्य कीमती पेड़ो को काटा जा रहा है। यहां के अधिकारी कर्मचारी मिलकर लाखों करोड़ों रुपये का घपला कर रहे है। साथ ही जंगल की जमीन पर भी कब्जा कराया जा रहा है।
उनके 8 अप्रैल को संबंधित समस्या पर ज्ञापन देने के बाद कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इसलिए वह आज से अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे है। तब तक किसानों की बात सुन नहीं ली जाती तब तक वह धरने से नहीं उठेंगे।