बरेलीः एसआरएमएस मेडिकल कालेज में पांचवीं कोक्लियर इंप्लांट वर्कशाप का आयोजन हुआ। इसमें लाइव सर्जरी के साथ विशेषज्ञों ने कोक्लियर इंप्लांट के संबंध में विभिन्न विषयों पर जानकारी दी। वर्कशाप में लखनऊ, मेरठ, पीलीभीत, मुरादाबाद, शाहजहांपुर, बदायूं और बरेली के मेडिकल कॉलेजों से संबद्ध 50 से अधिक ईएनटी विशेषज्ञ शामिल हुए। कार्यशाला का आरंभ सुबह फर्स्ट कॉक्लियर इंप्लांट केस से हुआ, जहां 2 साल के बच्चे को प्रत्यारोपित किया गया।
ईएनटी विभाग की ओर से आयोजित पांचवीं कोक्लियर इंप्लांट वर्कशाप में उद्घाटन सत्र का आरंभ सरस्वती वंदना, दीप प्रज्वलन और संस्थान गीत के साथ हुआ।
वर्कशाप के आर्गनाइजिंग चेयरमैन व ईएनटी विभागाध्यक्ष डा.रोहित शर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और एसआरएमएस में संचालित कोक्लियर इंप्लांट कार्यक्रम की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोक्लियर इंप्लांट कार्यक्रम चेयरमैन देव मूर्ति जी की सोच और दूरदर्शिता का परिणाम है। इसीलिए तीन वर्ष तक प्रति वर्ष दो कोक्लियर इंप्लांट का खर्च एसआरएमएस ट्रस्ट की ओर से उठाया गया। तीन वर्ष में 6 प्रत्यारोपण हुए और उन पर 40 लाख रुपये से ज्यादा का खर्च हुआ।
केंद्र और राज्य सरकार की मदद के बाद अब तक यहां 35 प्रत्यारोपण किए जा चुके हैं। उद्घाटन सत्र में अध्यक्षीय संबोधन पीजीआई चंडीगढ़ के ईएनटी विभाग के पूर्व एचओडी व फोर्टिज मोहाली के डायरेक्टर डा.अशोक गुप्ता ने दिया। उन्होंने कॉक्लियर इंप्लांटेशन की जानकारी, दृष्टिकोण और अभ्यास पर व्याख्यान दिया और इंप्लांट करते समय नैतिकता पर जोर दिया। उन्होंने सामान्य बच्चों की तरह दैनिक काम काज कर रहे उन बच्चों के वीडियो को भी साझा किया। जिनका एसआरएमएस मेडिकल कालेज में प्रत्यारोपण हो चुका।
मेडिकल कालेज के डायरेक्टर एडमिनिस्ट्रेशन आदित्य मूर्ति ने कहा कि कोक्लियर इंप्लांट से तमाम बच्चे खुशी के साथ अपना जीवन जी रहे हैं जो पहले सुन नहीं पाते थे। कोक्लियर इंप्लांट कर बच्चों को यह खुशी देने वाले देश के प्रमुख संस्थानों में एसआरएमएस एक है। मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल एयरमार्शल (सेवानिवृत्त) डा.एमएस बुटोला ने कालेज की उपलब्धियों की जानकारी दी और वर्कशाप को सफल बताया। अंत में वर्कशाप के आर्गनाइजिंग सेक्रेटरी डा.अमित राणा ने सभी का आभार जताया। उद्घाटन सत्र का संचालन डॉ. शिवानी ठाकुर ने किया। इससे पहले वर्कशाप में फोर्टिज मोहाली की डा.नेहा शर्मा ने कोक्लियर इंप्लांट के बारे में जानकारी दी। एलएलआरएम मेरठ के डा.विनीत शर्मा ने कान की अंदरूनी संरचना और इसकी रेडियोलाजी के बारे में बताया तो एसआरएमएस मेडिकल कालेज के डा.अमित राणा ने किस में इंप्लांट हो सकता है की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि कोक्लियर इंप्लांट 6 महीने के बच्चे से लेकर 70 वर्ष तक के बुजुर्ग को किया जा सकता है। डा.रोहित शर्मा ने विकृत कोक्लिया के बारे में व्याख्यान दिया। वरिष्ठ ऑडियोलाजिस्ट शुभांगी ने विकृत कोक्लिया के आपरेशन से पहले की तैयारियों की जानकारी दी तो पीजीआई चंडीगढ़ के ईएनटी विभाग के पूर्व एचओडी व फोर्टिज मोहाली के डायरेक्टर डा.अशोक गुप्ता ने कोक्लियर इंप्लांट के दौरान होने वाले कांप्लिकेशन और इस दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बताया।
इस मौके पर एसआरएमएस ट्रस्ट के संस्थापक व चेयरमैन देव मूर्ति जी, मेडिकल कालेज के सभी विभागाध्यक्ष, लखनऊ के डा.शिवेश कुमार, रुहेलखंड मेडिकल कालेज के डा.अभिनव, वरुण अर्जुन मेडिकल कालेज की डा. पूर्णिमा, बरेली के डा.मुदित मिश्रा, जीएमसी शाहजहांपुर की डा.पूनम भी मौजूद रहीं।